सार
ब्लू ग्राफ्ट के सीईओ अखिलेश मिश्रा ने ट्वीट कर कहा है कि पीएम मोदी ने कभी भी हिन्दू मुस्लिम पॉलिटिक्स नहीं की है। उन्होंने हमेशा से कांग्रेस की हिन्दू मुस्लिम विभाजनकारी नीति का विरोध किया है।
नेशनल डेस्क। लोकसभा चुनाव के दौरान तमाम पोस्ट और वीडियो वायरल हो रहे हैं। इस दौरान ब्लू ग्राफ्ट के सीईओ अखिलेश मिश्रा ने भी ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने भाजपा और कांग्रेस को लेकर कुछ तथ्यों पर प्रकाश डाला है। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि पीएम मोदी ने कभी भी हिन्दू मुस्लिम नहीं किया है। उन्होंने सिर्फ कांग्रेस के मुस्लिम-मुस्लिम राजनीति को बेनकाब किया है। पीएम मोदी ने कांग्रेस की हिन्दू मुस्लिम विभाजनकारी नीति का विरोध किया है। लेकिन यहां बताया गया है कि कांग्रेस के कथित प्रचारक कैसे विकृत कहानी गढ़ते हैं।
राहुल और मोदी के प्रयास
कांग्रेस के कर्ताधर्ता राहुल गांधी कोई भड़काऊ भाषण या वादा करते हैं जो भारत को तोड़ने या गृहयुद्ध भड़काने के लिए बनाया गया हो। फिर संपूर्ण कांग्रेस तंत्र इसे सर्वसम्मति से पारित होने देता है या फिर मौन धारण करने के साथ जय-जयकार करता है। वहीं पीएम मोदी कांग्रेस और राहुल की विकृत प्रकृति के बारे में लोगों को शिक्षित करने का प्रयास करते हैं।
यह प्री प्लान्ड रिएक्शन: कांग्रेस समर्थित लोगों का एक पूरा समूह इसके बाद अचानक शोर मचाने लगता है कि पीएम मोदी चुनाव को सांप्रदायिक बना रहे हैं। वह देश को विभाजित करना चाहते हैं। मोदी हिन्दू मुस्लिम कर रहे हैं जबकि उनका उद्देश्य सिर्फ कांग्रेस के मुस्लिम-मुस्लिम परिणाम को उजागर करना है।
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धन का पुनर्वितरण
राहुल गांधी कहते हैं कि कहते हैं कि सभी की संपत्ति का एक्स-रे किया जाएगा और जनसंख्या के अनुपात में उसका पुनर्वितरण होगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि अल्पसंख्यकों को उनका उचित हिस्सा मिले। मोदी कहते हैं कि वे आपके मंगलसूल के लिए आ रहे हैं और अपने वोट बैंक को दे देंगे। वहीं कांग्रेसियों ने ये भी तंज कसा कि मोदी की चुनाव को हिन्दू मुस्लिम करने की हिम्मत कैसे हुई।
मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा
राहुल गांधी कांग्रेस की ओर से जारी किए गए घोषणापत्र में कहते हैं कि हम सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण करेंगे और तय करेंगे कि अल्पसंख्यकों को नौकरियों, शिक्षा और सार्वजनिक अनुबंधों में भी हिस्सा मिले। वहीं मोदी कहते हैं कि कांग्रेस वाले ओबीसी (एससी/एसटी) के आरक्षण के लिए आ रहे हैं। वे ये लाभ अब मुसलमानों को भी देने की सोच रहे हैं। वे पहले कर्नाटक में ऐसा कर चुके हैं और आंध्र में भी कोशिश की हैं।
सशस्त्र बलों पर भड़काऊ टिप्पणी
राहुल गांधी सशस्त्र बलों पर भड़काऊ टिप्पणी करते हैं। उन्होंने जवानों और अधिकारियों के बीच भी कलह पैदा करने की कोशिश की है जो लगभग देशद्रोह की सीमा पर है। वहीं मोदी अगर राहुल गांधी की टिप्पणियों का जवाब ठीक उन्हीं के शब्दों में दें तो कांग्रेस के चापलूस कहेंगे कि मोदी सशस्त्र बलों को लेकर भी राजनीति कर रहे हैं।