सार
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की निकासी तेजी से हो रही है। मोदी सरकार के चार मंत्री इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं। इस बीच एशियानेट न्यूज के प्रशांत रघुवंशम ने पोलैंड जाकर हालात का जायजा लिया। पोलिश सरकार मोदी सरकार के इस अभियान की तारीफ कर रही है। पोलैंड की भारतीय राजदूत नगमा मलिक ने बताया कि मोदी सरकार के इस कदम से सभी आश्चर्यचकित हैं।
पोलैंड। रूस-यूक्रेन जंग (Russia Ukraine war) के बीच भारत सरकार अपने तकरीबन 14 हजार नागरिकों को यूक्रेन से निकाल चुकी है। चार केंद्रीय मंत्री खुद निकासी अभियान (Evacuation) की निगरानी में पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, हंगरी और मोल्डोवा पहुंचे हैं। भारत इकलौता ऐसा देश है, जिसने युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए चार मंत्रियों के साथ भारी-भरकम अमला लगाया है। खुद प्रधानमंत्री मोदी (Pm modi) इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
पोलैंड की राजदूत बोलीं- मंत्रियों के आने से हम बहुत सक्षम हुए
मोदी सरकार (Modi Government) के इस कदम की चारों ओर तारीफ हो रही है। छात्रों को निकालने के लिए चल रहे Operation Ganga के बीच एशियानेट न्यूज ने पोलैंड बॉर्डर पहुंचकर हालात देखे तो वहां जनरल वीके सिंह अभियान की निगरानी में लगे थे। पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा एम मलिक (Nagma M mallick) ने कहा कि मैं बहुत धन्यवाद देती हूं कि हमारे राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह यहां आए और बेहद उत्साह और तेजी के साथ ऑपरेशन की कमान संभाली। उनके यहां आने से हम बहुत कुछ करने में सक्षम हुए हैं। नगमा ने एशियानेट न्यूज से कहा कि उन्होंने वास्तव में छात्रों की निकासी प्रक्रिया को बहुत ही बेहतर तरीके से देखा।
"
जहां कोई नहीं था, वहां चार मंत्रियों को देख आश्चर्य हुआ
नगमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी छात्रों को निकालने के लिए 4 मंत्रियों को भेजकर विदेशों में रहने वाले भारतीयों के प्रति बहुत अच्छा भाव दिखाया है। यह वाकई में अश्चर्यजनक है कि जहां कोई छात्रों को निकालने वाला नहीं था, वहां हमने देखा कि हमारे चार मंत्री इस काम में लगे हैं। भारत को छोड़कर यहां पर किसी भी देश का कोई भी मंत्री नहीं आया है। आज हम पोलैंड के विदेश मंत्री से मिले। वह इस बात से वाकई बहुत प्रभावित हुए कि भारत से कई मंत्री अपने छात्रों और नागरिकों को निकालने के अभियान में खुद देशों में पहुंच रहे हैं। इसके लिए हम भारत सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं।
रूस ने सीजफायर के नाम पर दिया धोखा, मारियुपोल पर बरसाए बम, कल फिर वार्ता की मेज पर होंगे दोनों देश
पीएम मोदी की दूरदर्शिता से संभव हुआ
हम प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने अपनी विशेष नीति के मंत्रियों को निकासी अभियान पर नजर रखने के लिए भेजा। यह बताता है कि हमारी सरकार ने अपने नागरिकों को निकालने को कितनी गंभीरता से लिया। पोलैंड के मार्शल ने भी भारत के निकासी अभियान को सलाम किया है। यह वाकई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल्दी लिए गए निर्णय की वजह से हो पाया है। उन्होंने मंत्रियों को भेजने में देरी नहीं की। रोजाना Evacuation की पूरी निगरानी की और सुबह-शाम दोनों समय हाई लेवल मीटिंग्स कीं। यह उनके मजबूत नियंत्रण और सेवा भाव को दिखाता है।
यह भी पढ़ें- बॉर्डर पर डटे 4 केंद्रीय मंत्री, एयरफोर्स के C-17 भर रहे उड़ान, ऐसे यूक्रेन से छात्रों को निकाल रही मोदी सरकार
यह भी पढ़ें- निशाना लगाया, ट्रिगर दबाया और खेल खत्म, इस मिसाइल ने रूसी सेना के लिए खड़ी की परेशानी