सार
डीआरआई अधिकारियों के अनुसार वालेंसिया संतरों के डिब्बों में छिपाकर ले जाए जा रहे ड्रग्स की कीमत करीब 1476 करोड़ रुपये आंकी गई है। एजेंसी ने संतरों को आयात करने वाले इंपोर्टर को अरेस्ट कर लिया है। उससे इस सिलसिले में पूछताछ की जा रही है।
Big recovery of Drugs: देश की पीढ़ियों को ड्रग्स तस्कर बर्बाद कर रहे हैं। पूरे भारत भर में ड्रग्स पहुंचाने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। डीआरआई ने इंपोर्ट कर आ रहे संतरों को ले जा रहे ट्रक में बड़े पैमाने पर ड्रग्स रिकवर किया है। इस ड्रग्स की कीमत करीब 1500 करोड़ आंकी जा रही है। डीआरआई ने मुंबई के वाशी में यह रिकवरी की है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों के अनुसार 198 kg हाईली प्योर मेथामफेटामाइन और 9 किलोग्राम कोकीन को एक ट्रक से ले जा रहे संतरों के डिब्बों में से बरामद किया गया है।
1476 करोड़ रुपये है ड्रग्स की कीमत
डीआरआई अधिकारियों के अनुसार वालेंसिया संतरों के डिब्बों में छिपाकर ले जाए जा रहे ड्रग्स की कीमत करीब 1476 करोड़ रुपये आंकी गई है। एजेंसी ने संतरों को आयात करने वाले इंपोर्टर को अरेस्ट कर लिया है। उससे इस सिलसिले में पूछताछ की जा रही है। जबकि ड्रग्स को जब्त कर लिया गया है। डीआरआई ने एक बयान में कहा कि वालेंसिया संतरे ले जाने वाले डिब्बों में बड़ी मात्रा में दवाएं छिपाई गई थीं। माल के आयातक को पकड़ लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। आगे की जांच जारी है।
एनसीबी ने ब्लैक कोकीन को रोका
इस बड़ी ड्रग्स रिकवरी के एक दिन पहले ही एनसीबी ने मुंबई में ब्लैक कोकीन को लाने के प्रयास को विफल कर दिया। एनसीबी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बीते 26 सितंबर को भी एक विदेशी नागरिक से कोकीन जब्त किया गया था। इस कोकीन की कीमत 13 करोड़ रुपये अंतरराष्ट्रीय मार्केट में है। दरअसल, पहली बार देश में एनसीबी ने ब्लैक कोकीन की बरामदगी की थी। दरअसल, ब्लैक कोकीन एयरपोर्ट्स या अन्य जगह पर लगे ड्रग्स पकड़ने वाले स्कैनर से भी नहीं पकड़ा जा सकता है। न ही ब्लैक कोकीन को खोजी कुत्ते भी सूंघ कर पता लगा सकते हैं।
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