सार

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर दुनिया भर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति से लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति तक, सभी ने उनके योगदान को याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।

World Leaders homage to Dr Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह का गुरुवार रात में निधन हो गया। भारत के आर्थिक सुधारों के शिल्पकार डॉ.मनमोहन सिंह को पूरा देश श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा। देश ही नहीं दुनिया के दिग्गज राजनेता उनके असाधारण नेतृत्व और देश के विकास में दिए गए योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दे रहे हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां सहित तमाम ग्लोबल लीडर्स ने उनके निधन पर शोक संवेदना जतायी है।

श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा कि मनमोहन सिंह का प्रभाव राष्ट्र की सीमाओं से परे था

श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावपूर्ण पोस्ट में अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने पूर्व पीएम सिंह के परिवार तथा दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की। दिसानायके ने लिखा: श्रीलंका के लोगों तथा अपनी ओर से, मैं भारत गणराज्य, डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार तथा दुनिया भर में उनके असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। एक दूरदर्शी नेता डॉ. सिंह का प्रभाव राष्ट्रीय सीमाओं से परे था। उन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम तथा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना जैसी सिंह की परिवर्तनकारी नीतियों पर प्रकाश डाला, जो समानता तथा समावेशिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। दिसानायके ने ब्रिक्स तथा भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में उनकी भूमिका सहित वैश्विक गठबंधन बनाने में डॉ. सिंह के प्रयासों की भी प्रशंसा की।

दिसानायके ने लिखा: 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में, शिक्षा का अधिकार अधिनियम और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना जैसी उनकी परिवर्तनकारी नीतियों ने समानता और समावेशिता के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाया। अंतरराष्ट्रीय सहयोग के एक अथक समर्थक के रूप में, उन्होंने स्थायी गठबंधन बनाए, ब्रिक्स जैसे गठबंधनों में योगदान दिया और भारत-अमेरिका परमाणु समझौते जैसी उपलब्धियों के माध्यम से उल्लेखनीय कूटनीति का प्रदर्शन किया। उनकी विनम्रता, बुद्धिमत्ता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण हमेशा भावी पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। उनकी आत्मा को शांति मिले और वे ईश्वर से एक हो जाएं।

मैक्रां ने कहा-एक सच्चा मित्र खो दिया

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ट्वीट किया कि भारत ने एक महान व्यक्ति और फ्रांस ने डॉ. मनमोहन सिंह के रूप में एक सच्चा मित्र खो दिया है। उन्होंने अपना जीवन अपने देश के लिए समर्पित कर दिया था। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार और भारत के लोगों के साथ हैं।

पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बताया-अच्छा मित्र

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह उनको 1992 से जानते थे। डॉ.सिंह के रूप में उन्होंने एक अच्छा मित्र खो दिया। डॉ. सिंह न केवल एक अच्छा मित्र थे बल्कि एक ऐसा नेता थे जिसने आधुनिक भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विक्रमसिंघे ने कहा: मैं उन्हें 1992 से जानता हूं, मैंने उनसे चर्चा की है, वे एक अच्छे मित्र रहे हैं, वे एक अच्छे नेता थे, आधुनिक भारत बनाने वालों में से एक थे।

डेनिश दूतावास ने जताया शोक

नई दिल्ली में रॉयल डेनिश दूतावास में व्यापार, वाणिज्यिक और आर्थिक मामलों के मंत्री सलाहकार सोरेन नोरेलंड कन्निक-मार्क्वार्डसेन ने भी भारत के आर्थिक सुधारों में सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

कन्निक-मार्क्वार्डसेन ने कहा: भारत ने एक महान व्यक्ति को खो दिया है, जिसने अपने देश और लाखों लोगों के जीवन का भाग्य बदल दिया। 90 के दशक में मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था को उदार बनाया और भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए भारतीय बाजार को खोला, उनके बिना यह पूरी तरह से अलग बात होती। सिंह की विरासत 1991 के आर्थिक उदारीकरण सुधारों से गहराई से जुड़ी हुई है। उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में भारत को वैश्विक आर्थिक बढ़त दिलायी। 2004 से 2014 तक प्रधान मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में भारत ने अपनी अंतरराष्ट्रीय स्थिति को मजबूत किया, विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के संबंध में और ब्रिक्स जैसे मंचों के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया। सिंह का निधन एक युग का अंत है।

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