सार

पांच दिनों तक पूर्वोत्तर भारत, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई गई है। भारी बारिश की वजह से लगातार भूस्खलन हो रहा है।

 

Lanslides in Sikkim after heavy rainfall: पश्चिमी सिक्किम जिले में भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई है। बारिश की वजह से कई जगह हुए भूस्खलन से सौ से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। लगातार बारिश की वजह से राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी ध्वस्त कर दिया है। उधर, लगातार हो रही बारिश की वजह से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

कई पुल और सड़कें बह गई

पश्चिमी सिक्किम में उत्तरे केा सोपखा से जोड़ने वाली सड़क भी बारिश और भूस्खलन में बह गया। इस सड़क पर स्थित दो पुल भी पूरी तरह से बह गए। इस एरिया के आसपास ट्राउट मछली और पोल्ट्री फार्म भी बह गए हैं। इसी तरह, डेंटम को पेलिंग और ग्यालशिंग से जोड़ने वाली सड़क कालाज नदी में पूरी तरह से विलीन हो गई। नदी के बढ़ते जल स्तर से एक कच्चा घर, एक सीमेंट की इमारत, दो श्मशान घाट और एक खुदाई करने वाली मशीन भी बह गई। सोम्बरिया में, लोअर ओखरे में दावा सांगे शेरपा का एक घर लगातार बारिश के कारण गिरने की कगार पर था। सभी रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

रामम नदी के आसपास बाढ़ का पानी

भारी बारिश की वजह से रामम नदी का दायरा काफी बढ़ गया है। नदी में बढ़े बाढ़ के पानी की वजह से पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों में सभी अस्थायी पुलों को क्षतिग्रस्त कर दिया है।

कई सड़कें ब्लॉक...

शुक्रवार को लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग घाटियों में भारी बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। बारिश के कारण मंगन के उत्तरी सिक्किम जिला मुख्यालय से चुंगथांग जाने वाली सड़क पेगोंग आपूर्ति खोला में ब्लॉक हो गई। इससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। सड़कें ब्लॉक हो जाने की वजह से साढ़े तीन हजार से अधिक पर्यटक उत्तरी सिक्किम में फंसे हुए थे। भूस्खलन व भारी बारिश की वजह से फंसे टूरिस्टों को सेना ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला है।

अगला पांच दिन पूर्वोत्तर के लिए मुश्किलों से भरा

भारी बारिश की वजह से लगातार भूस्खलन हो रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले पांच दिनों तक भारी बारिश के जारी रहने के आसार है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले पांच दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है। पांच दिनों तक पूर्वोत्तर भारत, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई गई है।

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