सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मसले पर फैसला सुनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पीएम मोदी ने सभी से अपील की है कि रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। सभी देशवासी सद्भाव और एकता बनाए रखें।

नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मसले पर फैसला सुनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इसमें उन्होंने कहा कि देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।

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कांग्रेस ने भी किया सपोर्ट 

कांग्रेस पार्टी की तरफ से पक्ष रखते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा- ''हम राम मंदिर का निर्माण कराए जाने के निर्णय पर सहमत हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय न सिर्फ मंदिर निर्माण का दरवाजा खोलेगा बल्कि बीजेपी सहित अन्य दलों के राजनीतिक मुद्दे को बंद करेगा। सुरजेवाला ने मीडिया से कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ चुका है, स्वाभाविक है कि आपके सवाल के जवाब हां में है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण के पक्ष में है। 

फैसले का स्वागत करते हैं : 

- हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। यह राज्य सरकार के ऊपर है कि वह हमें कहां जमीन देती है। यह हिन्दुस्तान के लिए बहुत बड़ा मसला था जिसका निपटारा होना जरूरी था, मैं फैसले से खुश हूंः इकबाल अंसारी, मुस्लिम पक्षकार

- अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सामाजिक ताने-बाने को और मजबूत करेगा। मैं लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील करता हूंः राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री

- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और लोगों से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की।

- न्यायालय का निर्णय सभी लोगों को स्वीकार करना चाहिए। सभी लोगों को शांति बनाए रखना चाहिए- नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री