सार

बीआरओ इस सड़क का निर्माण कर रहा है। करीब 65 किलोमीटर लंबी इस सड़क को अब माना जा रहा है कि 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि, 2012 से बन रही इस सड़क को पूर्ण करने का लक्ष्य 2015 तक रखा गया था। 

नई दिल्ली। देश की सुरक्षा की दृष्टि से एक और सफलता जल्द हासिल होने वाली है। बहुप्रतीक्षित मुनस्यारी-मिलम सड़क (Munsiyari Milam Road) 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगी। इस सड़क के बन जाने के बाद भारत-चीन सीमा (India-China Border) पर पहुंचना आसान हो जाएगा। हालांकि, यह सड़क परियोजना (road project) करीब करीब एक दशक लेट है। बताया जा रहा है कि ऊंची पहाड़ियों पर बन रही सड़क के लिए चट्टानों को काटना थोड़ा मुश्किलात आ रहा है। 

क्या कहा बीआरओ के अधिकाकरी ने?

सीमा सड़क संगठन (BRO) के सीनियर अधिकारी एमएनवी प्रसाद (MNV Prasad) ने बताया कि उत्तराखंड में 2012 से इस प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। रणनीतिक रूप से मुनस्यारी-मिलम सड़क काफी महत्वपूर्ण है। 2023 के अंत तक यह सड़क बनने की संभावना है। उन्होंने बताया कि ऊंची पहाड़ियों पर इस सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। चट्टानों को काटने में कठिनाई की वजह से सड़क निर्माण की गति धीमी है। उन्होंने आगे बताया कि सर्दियों में जीरो डिग्री सेल्सियस से नीचे तापमान के अलावा कोविड महामारी के कारण भी प्रोजेक्ट को पूरा होने में देरी हुई है।

क्यों महत्वपूर्ण है यह सड़क?

यह सड़क भारत-चीन सीमा के पास जौहर घाटी (Jauhar valley) तक पहुंचाने का सबसे आसान रास्ता होगी। जानकार बताते हैं कि अगर यह सड़क बन गई तो भारत-चीन बार्डर पर जौहर घाटी में last posts तक पहुंचना आसान होगा।

पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा

इस सड़क के पूरा होने से मिलम हिमनद देखने को आने वाले पर्यटक और जोहार घाटी के स्थानीय लोगों को भी बहुत सुविधा हो जाएगी। इससे क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिल सकेगा। 

प्रोजेक्ट पूरा होने में कई बार बढ़ी समय-सीमा

दरअसल, बीआरओ इस सड़क का निर्माण कर रहा है। करीब 65 किलोमीटर लंबी इस सड़क को अब माना जा रहा है कि 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि, 2012 से बन रही इस सड़क को पूर्ण करने का लक्ष्य 2015 तक रखा गया था। लेकिन कई बार प्रोजेक्ट की समयावधि बढ़ाई गई और यह बढ़ते-बढ़ते 2021 तक पहुंच गया था। एक बार फिर प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि 2023 के अंत तक ही यह सड़क पूरा हो सकेगी। 

कितनी सड़क बन चुकी?

बीआरओ से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि निर्माण एजेंसी ने मुनस्यारी की ओर से 25 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा कर दिया है। इसके बाद करीब 15 किलोमीटर का हिस्सा बाकी है। यह चट्टानों से होकर गुजरता है। चट्टानों को काटकर आगे का 15 किलोमीटर सड़क निर्माण थोड़ा मुश्किल लग रहा है। अधिकारियों की माने तो मिलम की ओर से भी सड़क का नौ किलोमीटर का हिस्सा पूरा हो गया है।

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