सार
पीएम मोदी ने सदन में पुरानी संसद बिल्डिंग की ऐतिहासिकता पर बात करते हुए इसका नाम संविधान सदन करने का प्रस्ताव रखा।
Samvidhan Sadan: संसद की नई बिल्डिंग में कार्यवाही मंगलवार से शुरू हुई। संसद विशेष सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही नए संसद भवन में ही हुई। पीएम मोदी ने सदन में पुरानी संसद बिल्डिंग की ऐतिहासिकता पर बात करते हुए इसका नाम संविधान सदन करने का प्रस्ताव रखा। सर्व सम्मति से सभी ने इस पर सहमति जताई। मंगलवार की शाम को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आदेश पर नोटिफिकेशन जारी किया गया।
ताकि कम न हो पुराने संसद भवन की गरिमा
पीएम मोदी ने पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में अपने संबोधन में कहा कि ये सेंट्रल हॉल एक प्रकार से हमारी भावनाओं से भरा हुआ है। हमें भावुक भी करता है और कर्तव्य के लिए प्रेरित भी करता है। उन्होंने कहा कि ये सदन ऑर्टिकल 370, तीन तलाक, GST जैसे बड़े फैसलों के लिए याद रखा जाएगा। उन्होंने पुरानी बिल्डिंग का नाम 'संविधान सदन' रखने का प्रस्ताव भी रखा। पीएम मोदी ने पुराने संसद भवन को ‘संविधान सदन’ कहने का प्रस्ताव रखा। इस पर सभी सांसदों ने मेज थपथपाकर सहमति दी। पीएम ने कहा- पुराने सदन की गरिमा कभी कम नहीं होनी चाहिए।
पुराने संसद भवन में फोटो सेशन
नई संसद में कामकाज शुरू करने के लिए वहां जाने के पहले सभी सांसदों का फोटो सेशन भी कराया गया। पुराने संसद भवन के विदाई समारोह से पहले लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों ने सुबह सेंट्रल हॉल के पास एक साथ यह फोटो सेशन कराया।
96 साल पुरानी बिल्डिंग है देश की ऐतिहासिक विरासत
देश की पुरानी संसद भवन करीब 96 साल की है। यह भवन कई ऐतिहासिक क्षण का गवाह रहा है। अंग्रेजों ने आजाद भारत में सत्ता का हस्तांतरण किया था। संविधान सभा ने यहीं आकार लिया था। जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने का भी यह भवन गवाह रहा है।
नई संसद भवन में कामकाज शुरू
नई संसद भवन में मंगलवार को गणेश चतुर्थी के दिन कामकाज शुरू हुआ। सेंट्रल हाल में फोटो सेशन के बाद सभी सांसद नए भवन में पहुंचे। यहां ओम बिडला ने कामकाज को शुरू करने के पहले उद्घाटन भाषण दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बात रखी। उन्होंने महिला आरक्षण बिल पेश किए जाने की जानकारी देते नई शुरूआत का स्वागत किया।
यह भी पढ़ें:
पीएम मोदी का व्हाट्सअप चैनल लांच, अब सीधे जुड़ेंगे लोगों के साथ, पहला फोटो भी किया लोगों के साथ शेयर