सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरंग से मजदूरों को निकालने के ऑपरेशन को टीवी पर लाइव देख रहे थे। वह पूरी स्थिति पर बारीकी से निगरानी कर रहे थे। ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा हुआ तो वह भावुक हो गए।

 

नई दिल्ली। उत्तरकाशी के सुरंग से निकाले गए 41 मजदूरों को बुधवार को भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलिकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश लाया गया। यहां सभी के स्वास्थ्य की जांच की गई। इस बीच सूत्रों से जानकारी मिली है कि मंगलवार देर रात जब सुरंग से मजदूरों को निकाला जा रहा था तब पीएम नरेंद्र मोदी पूरी निकासी प्रक्रिया पर बारीकी से निगाह रख रहे थे। वह इसे टीवी पर लाइव देख रहे थे।

प्रधानमंत्री समेत पूरी कैबिनेट ने रेस्क्यू ऑपरेशन को लाइव देखा। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तरह सफल हुआ तो पीएम भावुक हो गए। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मजदूरों को निकालने की प्रक्रिया के दौरान मंगलवार रात करीब 8 बजे कैबिनेट की बैठक चल रही थी। मजदूर बाहर आए तो पीएम मोदी काफी भावुक थे।

पुष्कर सिंह धामी ने अस्पताल जाकर की मजदूरों से मुलाकात

बुधवार सुबह उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चिन्यालीसौड़ अस्पताल जाकर मजदूरों से मुलाकात की। मंगलवार शाम को बचाए जाने के बाद मजदूरों को चिन्यालीसौड़ अस्पताल लाया गया था। मुलाकात के बाद धामी ने बताया कि श्रमिकों की स्थिति अच्छी है।

12 नवंबर को ढह गया था सुरंग का हिस्सा

बता दें कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चार धाम परियोजना का हिस्सा सिल्कयारा सुरंग 12 नवंबर को भूस्खलन के कारण ढह गई थी। सुरंग के अंदर 41 मजदूर फंस गए थे। 12 नवंबर से ही मजदूरों को बचाने का अभियान चल रहा था। इसमें बार-बार रुकावट आ रही थी। मजदूर 17 दिन फंसे रहे। मंगलवार की रात आखिरकार सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।

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सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए ऑगर मशीन से रास्ता बनाया जा रहा था, लेकिन बीते शुक्रवार को मशीन का ब्लेड मलबे में मौजूद लोहे के रॉड और पाइप में फंसकर टूट गया था। इसके बाद मशीन को काटकर बाहर निकाला गया। मशीन हटाने के बाद रैट-होल माइनर्स को मैनुअल ड्रिलिंग के लिए लगाया गया। इन्होंने मंगलवार शाम करीब 7 बजे मलबे के आखिरी हिस्से को तोड़ा और मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रास्ता बनाया।

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