सार

दुबई स्थित रियल्टी समूह EMAAR ग्रुप श्रीनगर में 5 लाख वर्ग फुट का शॉपिंग मॉल बना रहा है। इसमें लुलु ग्रुप एक हाइपरमार्केट खोलेगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शॉपिंग मॉल की आधारशिला रखी।

श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद तेजी से विकास हो रहा है। धारा 370 हटाए जाने के बाद के पांच साल में घाटी में पर्यटकों की संख्या रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ी है। राज्य में विदेशी निवेश बढ़ा है। इसके चलते राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है और लोगों का जीवन स्तर बदला है।

दुबई स्थित रियल्टी समूह EMAAR समूह श्रीनगर में 5 लाख वर्ग फुट का शॉपिंग मॉल बना रहा है। रविवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसकी आधारशिला रखी। इस शॉपिंग मॉल में लुलु ग्रुप एक हाइपरमार्केट खोलेगा। अबू धाबी स्थित लुलु ग्रुप पूरे पश्चिम एशिया में कई सुपरमार्केट चलाता है। लुलु ग्रुप के चेयरमैन एम ए युसूफ अली ने कहा कि हमने मॉल में एक हाइपरमार्केट स्थापित करने के लिए समझौता किया है। इसे एमार प्रॉपर्टीज द्वारा बनाया जा रहा है।

 

 

सेब, केसर और सूखे मेवे निर्यात कर रहा लुलु ग्रुप

वर्तमान में लुलु ग्रुप जम्मू-कश्मीर से सेब, केसर और सूखे मेवे निर्यात कर रहा है। इसके अलावा, EMAAR समूह भी घाटी में अपने कारोबार को बढ़ा रहा है। आने वाले महीनों में इस समूह द्वारा होटल, रियल एस्टेट, कमर्शियल और रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट्स में निवेश किया जाएगा।

रियल एस्टेट समिट में 19 हजार करोड़ के 39 MOU हुए थे साइन

एक साल पहले जम्मू में आयोजित रियल एस्टेट समिट में 19 हजार करोड़ रुपए के 39 MOU (memorandums of understanding) पर साइन हुए थे। राज्य में उद्योग लगाने के लिए चल रही परियोजनाओं को सरकार द्वारा बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है ताकि कश्मीर घाटी का तेजी से विकास हो और यह मुख्यधारा में शामिल हो सके। जम्मू-कश्मीर में लंबे समय तक अस्थिरता रहा है, लेकिन धारा 370 हटाए जाने के बाद स्थिति तेजी से सुधर रही है। स्थानीय लोगों में विश्वास जगा है कि अब चीजें बेहतरी की दिशा में बदलेंगी।

एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि हर कोई चाहता है कि घाटी में शांति और समृद्धि हो। घाटी में बहुत अधिक निवेश हो रहा है। इससे युवाओं को रोजगार के बेहतर मौके मिल रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार अगस्त 2019 (जब धारा 370 हटाया गया था) से पहले राज्य में सिर्फ 14 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ था। अब स्थिति बदल गई है। अब विदेशी निवेशक भी राज्य में पूंजी लगा रहे हैं।

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चालू वित्त वर्ष में हुआ 1,547 करोड़ का निवेश

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पिछले दिनों संसद में बताया था कि जम्मू-कश्मीर में इस साल 1,547 करोड़ रुपए निवेश हुए हैं। राज्य को 64,058 करोड़ रुपए निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। घाटी में 2021-21 में 376.76 करोड़, 2020-21 में 416.72 करोड़, 2019-20 में 296.64 करोड़, 2018-19 में 590.97 करोड़ और 2017-18 में 840.55 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। पिछले महीने जेएसडब्ल्यू समूह ने 120,000 मीट्रिक टन कलर कोटेड इस्पात निर्माण इकाई स्थापित करने की योजना की घोषणा की थी।

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