सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव (Tripura Assembly Election) के लिए अगरतला में रैली की। उन्होंने कहा कि वामपंथियों ने त्रिपुरा को विनाश के रास्ते पर धकेल दिया था।
अगरतला। त्रिपुरा में हो रहे विधानसभा चुनाव (Tripura Assembly Election) के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगरतला में चुनावी सभा को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि लेफ्ट त्रिपुरा को विनाश के रास्ते पर ले गई थी। भाजपा की डबल इंजन की सरकार राज्य को विकास की पटरी पर लाई है।
उन्होंने कहा कि महाराज राधा किशोर माणिक्य बहादुर और गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने जो रास्ता दिखाया, उसी आधार पर भाजपा ने त्रिपुरा को सुशासन दिया है। ये लोग ऐसा समाज चाहते थे जहां भय, डर और हिंसा का माहौल नहीं हो। ऐसा समाज चाहते थे जहां गरीब का सम्मान हो।
वामपंथियों ने लोगों को समझ लिया था गुलाम
पीएम ने कहा, "विकास की पहली शर्त कानून-व्यवस्था का राज होती है। वामपंथी शासन व्यवस्था ने त्रिपुरा को विनाश के रास्ते पर धकेल दिया था। यहां जो हाल थे उसे त्रिपुरा के लोग कभी भूल नहीं सकते। सरकारी दफ्तरों पर काडर का कब्जा, पुलिस थानों पर काडर का कब्जा, व्यापार पर काडर का कब्जा। वामपंथियों ने त्रिपुरा के लोगों को अपना गुलाम समझ लिया था। वो अपनेआप को बादशाह मानते थे। कमाई हो या सुनवाई, रेड सिग्नल ही त्रिपुरा का दुर्भाग्य बन गया था। भाजपा सरकार ने त्रिपुरा में शांति और कानून का राज स्थापित किया है।"
विकास की पटरी पर लौट आया है त्रिपुरा
मोदी ने कहा, “इस चुनाव में ही देखिए हर दल का झंडा दिख रहा है। क्या यह पांच साल पहले संभव था? तीस साल तक वामपंथी यहां रहे। हर चुनाव से दो-तीन महीने पहले से हत्या की घटनाएं होने लगती थी। एक समय था जब एक ही पार्टी के झंडे हर तरफ दिखते थे, किसी और की एंट्री ही नहीं थी। अगर किसी ने झंडा लगाया तो शाम को डंडा आया। आपने रेड सिग्नल हटाकर भाजपा का डबल इंजन लगाया। आज त्रिपुरा विकास की पटरी पर लौट आया है।”
'आयुष्मान योजना' से त्रिपुरा के 2 लाख लोगों ने कराया मुफ्त इलाज
नरेंद्र मोदी ने कहा कि महाराज राधा किशोर माणिक्य बहादुर त्रिपुरा के विकास के सबसे बड़े पक्षधर थे। उनके दौर का विकास आज भी त्रिपुरा की शान है। त्रिपुरा की इस पहचान को 21वीं सदी का नया आयाम देने के लिए हमने हाईवे, आईवे, रेलवे और एयरवे का संकल्प लिया था। बीमारी की हालत में इलाज का खर्च किसी भी गरीब के लिए सबसे बड़ी चिंता होती है। इसलिए केंद्र की भाजपा सरकार 'आयुष्मान योजना' लेकर आई है। इस योजना के तहत त्रिपुरा के करीब 2 लाख लोगों ने अस्पताल में अपना मुफ्त इलाज करवाया है।
8 हजार रुपए होगी किसान सम्मान निधि
डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का एक और उदाहरण है 'पीएम-किसान योजना'। 'पीएम-किसान योजना' के तहत किसानों को दी जाने वाली सम्मान निधि की राशि 6,000 रुपए प्रति वर्ष से बढ़ाकर 8,000 रुपए किया जाएगा। वामपंथी और कांग्रेस अपनी सत्ता की भूख मिटाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। ये केरल में कुश्ती करते हैं और त्रिपुरा में दोस्ती कर रहे हैं। भाजपा बदले की नहीं, बदलाव की राजनीति करती है। जनहित और राष्ट्रहित की राजनीति करती है। इसलिए पिछली बार की तुलना में इस बार भाजपा ज्यादा वोटों के साथ वापसी कर रही है।
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