सार
दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल की झांकियों को गणतंत्र दिवस परेड के लिए रिजेक्ट कर दिया गया है। ममता बनर्जी और केजरीवाल की पार्टी ने केंद्र सरकार पर भेदभाव बरतने का आरोप लगाया है।
Republic Day 2024: दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल की झांकियों को गणतंत्र दिवस परेड के लिए रिजेक्ट कर दिया गया है। ममता बनर्जी और केजरीवाल की पार्टी ने केंद्र सरकार पर भेदभाव बरतने का आरोप लगाया है। केंद्र ने कहा कि व्यापक थीम पर इस बार झांकियों का चयन किया गया है, किसी भी राज्य के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है। सेलेक्शन कमेटी में विभिन्न कलात्मक डोमेन के लोगों को शामिल किया था इसलिए इसमें भेदभाव या पूर्वाग्रह से प्रभावित होने के आरोप सही नहीं है।
केंद्र सरकार ने बताया कि एक्सपर्ट कमेटी की कई मीटिंग में तीन राउंड में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया लेकिन अंतिम राउंड में थीम के आधार पर उसे रिजेक्ट कर दिया गया। इसी तरह पश्चिम बंगाल की झांकी को भी इन्हीं वजहों से खारिज कर दिया गया। वह भी थीम के हिसाब से नहीं था। केंद्र सरकार ने बताया कि झांकियों के सेलेक्शन में कला, संस्कृति, चित्रकला, संगीत, वास्तुकला, कोरियोग्राफी, मूर्तिकला व अन्य कला क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स को शामिल किया गया था।
30 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने भेजा था प्रस्ताव
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने के लिए देश के 30 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने प्रस्ताव भेजा था। लेकिन मानकों और थीम के आधार पर 15-16 झांकियों को चुना जाएगा। जिन राज्यों की झांकी चयनित नहीं की गई हैं, उनको लाल किले पर आयोजित होने वाले भारत पर्व 23 जनवरी से 31 जनवरी 2024 के आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
आप सरकार ने लगाया केंद्र सरकार पर आरोप
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आम आदमी पार्टी (आप) शासित राज्यों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पिछले साल की तरह गणतंत्र दिवस के लिए पंजाब की झांकी को बाहर रखने की बीजेपी सरकार ने साजिश की है। पंजाब के लोगों के खिलाफ केंद्र सरकार जहरीला व्यवहार कर रही। भगवंत मान के अलावा दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी केंद्र सरकार पर आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब और दिल्ली सरकारों को प्रताड़ित और अनदेखी का आरोप लगाया। भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली और पंजाब को लगातार निशाना बनाया गया।
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