सार
कोपेनहेगन में रहने वाली खालिदा पोपल (Khalida Popal) ने एक इंटरव्यू में कहा, तालिबान ने पहले भी महिलाओं की हत्या, बलात्कार और पथराव किया है। ऐसे में महिला फुटबॉल खिलाड़ी इस बात से डरती है कि उनका भविष्य क्या होगा?
काबुल. तालिबान की क्रूरता को देखकर अफगानिस्तान की पूर्व महिला कप्तान खालिदा पोपल ने कहा कि महिला फुटबॉलरों को खुद की सुरक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फोटो हटाने और अपनी किट को जलाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इससे उनकी सुरक्षा हो सकेगी।
कोपेनहेगन में रहती हैं खालिदा पोपल
कोपेनहेगन में रहने वाली खालिदा पोपल ने एक इंटरव्यू में कहा, तालिबान ने पहले भी महिलाओं की हत्या, बलात्कार और पथराव किया है। ऐसे में महिला फुटबॉल खिलाड़ी इस बात से डरती है कि उनका भविष्य क्या होगा?
खालिदा पोपल ने कहा, उन्होंने हमेशा महिलाओं को मजबूती के साथ खड़े रहने और बोल्ड करने की कोशिश की। लेकिन अब उन्होंने एक अलग ही मैसेज दिया।
'सुरक्षा के लिए तस्वीरें हटा लो'
उन्होंने कहा, मैं कह रही हूं कि सोशल मीडिया पर अपनी पब्लिस आइडेंटिटी डिलीट कर दो। सोशल मीडिया से खुद की फोटो हटा दो। अपने नेशनल टीम यूनिफॉर्म को जला दो। ये सब कहना मेरे लिए पेनफुल है। लेकिन वक्त बदल चुका है।
'फुलबॉल खिलाड़ी डरे हुए हैं'
पोपल ने कहा कि फुटबॉल ने महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए लड़ना सिखाया है। लेकिन इस वक्त वे बहुत डरी हुई हैं। न केवल खिलाड़ी, बल्कि कार्यकर्ता भी। मदद मांगने के लिए कोई नहीं है।
तालिबान ने महिलाओं को काम करने से रोक दिया था
तालिबान ने जब 1996 से 2001 के शासन किया था तब इस्लामी कानून का हवाला देकर महिलाओं को काम करने से रोक दिया था। लड़कियों को स्कूल जाने की अनुमति नहीं थी। महिलाओं को बाहर जाने के लिए बुर्का पहनना पड़ता था। बाहर जाने के लिए कोई पुरुष उनके साथ होना जरूरी था। नियम तोड़ने वालों को तालिबान कड़ी सजा देता था।
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