सार

केजरीवाल ने कहा- कुछ दिन बाद लुधियाना में बम ब्लास्ट हो गया। किसने करवाया, उसका मास्टरमाइंड नहीं पकड़ा गया। 2017 में भी मौड़ मंडी में बम ब्लास्ट किया गया। 2015 में बेअदबी की गई। अगर 2015 के मास्टरमाइंड को बेअदबी की सजा दी जाती तो किसी की दोबारा हिम्मत नहीं होती। 

पटियाला। पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) पूरी ताकत के साथ संगठन को मजबूत करने में लगी है। पिछले दो महीने से दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के पंजाब दौरे (Punjab Visit) भी तेज हो गए हैं। शुक्रवार को पंजाब दौरे के दूसरे दिन पटियाला (Patiala) में शांति मार्च (Shanti March) निकाला गया। यहां केजरीवाल ने कहा कि चुनाव से पहले ही पंजाब के दुश्मनों ने गंदी हरकतें शुरू कर दी हैं, जिसने दरबार साहिब में बेअदबी की कोशिश की, उसका मास्टरमाइंड अब तक नहीं पकड़ा गया। सरकार ने 48 घंटे का समय लिया था, 10 दिन से ज्यादा होने पर क्यों नहीं पकड़ा? इसी तरह लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट का मास्टरमाइंड भी नहीं पकड़ा गया। 

केजरीवाल ने कहा- कुछ दिन बाद लुधियाना में बम ब्लास्ट हो गया। किसने करवाया, उसका मास्टरमाइंड नहीं पकड़ा गया। 2017 में भी मौड़ मंडी में बम ब्लास्ट किया गया। 2015 में बेअदबी की गई। अगर 2015 के मास्टरमाइंड को बेअदबी की सजा दी जाती तो किसी की दोबारा हिम्मत नहीं होती। पंजाब के अंदर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के 3 करोड़ लोगों की एकता और भाइचारा ही पहचान है। पंजाब की यही सबसे बड़ी ताकत है। हमें यूं ही एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर रखना है। जो लोग पंजाब की शांति भंग करना चाहते हैं उनके मंसूबे पंजाब की जनता कभी कामयाब नहीं होने देगी। 

 

कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने की लड़ाई हो रही
केजरीवाल ने कहा कि अगर हमने पंजाब को इन पार्टियों के नेताओं के हवाले छोड़ दिया तो राज्य बर्बाद हो जाएगा। पंजाब में अब जनता फैसले लेगी और सरकार उसे लागू करेगी। मुझे दुख है कि पंजाब में इससे कमजोर सरकार नहीं आई। वह आपस में लड़ रहे हैं। किसी को पंजाब की फिक्र नहीं है। उनमें मुख्यमंत्री बनने के लिए लड़ाई हो रही है। मौजूदा सरकार पंजाब में शांति बनाए रखने में असमर्थ है। 

भगवंत मान रहे केजरीवाल के सबसे करीब
केजरीवाल पहली बार पंजाब में सांसद भगवंत मान को तवज्जो देते दिखे। पटियाला में शांति मार्च में भगवंत मान उनके साथ रहे। दिल्ली से आए राघव चड्‌ढा और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल चीमा पीछे रहे। जब केजरीवाल ने मार्च के अंत में लोगों को संबोधित किया तो उनके साथ सिर्फ भगवंत मान ही नजर आ रहे थे। इससे ये कयास लगाया जा रहा है कि भगवंत मान पंजाब में आम आदमी पार्टी का सीएम चेहरे हो सकते हैं। बता दें कि पटियाला कैप्टन अमरिंदर सिंह का गढ़ है। यहां कांग्रेस भी गुटबाजी में बंटी हुई है।

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