सार
भरतपुर में संद विजयदास की मौत के बाद अब राजस्थान सरकार घिरती हुई नजर आ रही है। पूरे घटनाक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा के सीनियर नेताओं की कमेटी बनाई है ,यह कमेटी रविवार को भरतपुर पहुंचेगी।
जयपुर. इसी सप्ताह बुधवार को पहाड़ों की रक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगाते हुए खुद को आग के हवाले करने वाले संत विजय दास की मौत के बाद अब राजस्थान सरकार घिरने लगी है। संत विजय दास ने बुधवार को भरतपुर में खुद को आग के हवाले कर लिया था, उसके बाद संत को पहले भरतपुर और उसके बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन गुरुवार दोपहर ही s.m.s. अस्पताल से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में रेफर कर दिया गया। दिल्ली में देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली उसके बाद आज दोपहर में उनके पार्थिव शव को भरतपुर लाया गया। विमल कुंड के पवित्र जल से संत की देह को स्नान कराया गया और उसके बाद उन्हें बनारस ले जाया गया । इस पूरे घटनाक्रम के दौरान भरतपुर में भारी पुलिस बंदोबस्त रखा गया।
पी नड्डा ने राजस्थान सरकार को घेरने की बड़ी तैयारी
संत की मौत के बाद अब इस पूरे घटनाक्रम में नए ढंग से नाटकीय मोड़ आ गया है, इस पूरे मामले को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान सरकार को घेरने की बड़ी तैयारी कर ली है। नड्डा ने भाजपा के सीनियर नेताओं की कमेटी बनाई है ,यह कमेटी रविवार को भरतपुर पहुंचेगी और पूरे घटनाक्रम को लेकर जांच पड़ताल कर उसकी रिपोर्ट तैयार करेगी। यह रिपोर्ट भाजपा के केंद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी जाएगी और नड्डा इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे ।
इन नेताओं को दी गई है महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से बनाई गई कमेटी में राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। अरुण सिंह के साथ ही सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती, सांसद सत्यपाल सिंह और सांसद बृजलाल को भी शामिल किया गया है। यह कमेटी जल्द ही मौका मुआयना कर पूरी रिपोर्ट तैयार करेगी और उसके बाद इस रिपोर्ट के आधार पर भाजपा बड़े स्तर पर अशोक गहलोत सरकार पर हमलावर होगी।
बीजेपी ने घेरने के लिए बनाई 5 सदस्यों की टीम
गौरतलब है कि इससे पहले ही यानी शुक्रवार को ही भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी एक जांच कमेटी बनाई थी । इस कमेटी में पांच नेता रखे गए हैं । पांचों भाजपा नेता अपने अलग तरह से जांच करेंगे और इस रिपोर्ट को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपा जाएगा। अब देखना यह होगा कि आने वाले चुनावों में संत की यह मौत भाजपा के लिए किस तरह से बड़ा हथियार बन कर सामने आएगी। संत की मौत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं भाजपा के दिग्गज नेता राजेंद्र राठौड़ भी सरकार को इस मामले में जिम्मेदार ठहरा चुके हैं।
देखिए संत के दर्शन को लगी भीड़ी
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