सार
भरतपुर के संत विजयदास की आत्मदाह के मामले की रिपोर्ट बीजेपी ने तैयार कर ली है। पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने साधु आत्मदाह मामले की जांच के लिए एक कमेटी भी बनाई थी।
भरतपुर. पहाड़ बचाने एवं अवैध खनन रोकने के लिए अग्नि स्नान करने वाले संत विजय दास की मौत के बाद सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है । खुद को आग लगाकर राधे राधे बोलते हुए दौड़ लगाने वाले संत की अंतिम क्रिया बनारस में की जा चुकी है ,लेकिन इसके बाद अब इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक रिपोर्ट तैयार कराई है । राजस्थान प्रभारी एवं सांसद अरुण कुमार समेत तीन अन्य सांसदों को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी, इन सांसदों ने भरतपुर और बनारस में बाबा विजय दास के परिचित और अन्य संतों से संपर्क एवं बातचीत कर इस रिपोर्ट को तैयार कर लिया।
रिपोर्ट में मुख्यमंत्री और सरकारी अफसरों की लापरवाही का जिक्र
इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दिया गया। इस रिपोर्ट के बाद अब यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुश्किलें और बढ़ सकती है। इस रिपोर्ट को हालांकि सार्वजनिक नहीं किया गया है ,लेकिन यह बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में स्थानीय प्रशासन एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुछ नेताओं के लापरवाही का जिक्र है। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सार्वजनिक कर सकते हैं ।
अलग-अलग रिपोर्ट की गई है तैयार, यह है पूरा घटनाक्रम
दरअसल, भरतपुर में स्थित दो पर्वत आदिबद्री एवं कंकाल चल पर्वत का पौराणिक महत्व है, इसी महत्व को देखते हुए यह दोनों पर्वत जन आस्था के केंद्र भी हैं । लेकिन इन दोनों पर्वत पर सरकारी स्तर पर एवं निजी स्तर पर खनन कार्य काफी दिनों से जारी था। इसी खनन को रोकने के लिए 550 दिन से भी ज्यादा समय से स्थानीय धाम के संत आंदोलन कर रहे थे। पिछले सप्ताह एक संत ने खुद को आग लगा ली थी और उसके 2 दिन बाद उन्होंने दिल्ली में दम तोड़ दिया था। इन संत का नाम बाबा विजय दास था।
जेपी नड्डा ने साधु आत्मदाह मामले की जांच के लिए एक कमेटी भी बनाई थी
संत की मौत के बाद सरकार को घेरने की तैयारियां कर ली गई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी 5 विधायकों की टीम तैयार की। जिन्होंने इस संत को इस आत्मदाह के मामले की रिपोर्ट तैयार की है। उसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सांसद सुमेधानंद, अरुण कुमार समेत दो अन्य सांसदों की मदद से रिपोर्ट तैयार कराई है । इस रिपोर्ट में भरतपुर एवं बनारस के लोगों से बातचीत करने के बाद का जिक्र किया गया है। गौरतलब है कि उधर दिल्ली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हो रहे हैं। ईडी के मामले में सोनिया गांधी से पूछताछ के बाद वे लगातार बयानबाजी कर रहे हैं । बताया जा रहा है कि इस नई रिपोर्ट के बाद उन्हें बड़े स्तर पर घेरने की तैयारी है।