सार
राजस्थान में हैरान करने वाले मामले सामने आ रहे है। पहले अजमेर जिलें के मजदूर को 50 करोड़ के नोटिस के बाद अब भीलवाड़ा के मजदूर को 66 करोड़ का नोटिस। मजदूर बोला बस बैंक में खाता खुलवाया था मुझे क्या पता था इतना टैक्स लगता है... बंद करा दूंगा खाता।
भीलवाड़ा. राजस्थान राज्य में इसी साल मार्च में अजमेर में रहने वाले मजदूर को इनकम टैक्स वालों ने पचास करोड़ रुपए का टैक्स चुकाने के लिए नोटिस भेजा था। ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर ने नोटिस किसी से पढ़वाया तो उसके तोते उड़ गए। अब इसी तरह का एक नोटिस भीलवाड़ा के एक मजदूर को दिया गया है। उसके खाते से 66 करोड़ रुपए का लेनदेन होना बताया गया है और इस रकम पर टैक्स देने के लिए नोटिस भेजा गया हैं। तय तारीख तक टैक्स नहीं देने पर दस हजार रुपए का जुर्माना लगाने की बात कही गई है। इस नोटिस के बाद मजदूर की हालत खराब हो रही है। वह नोटिस लेकर इनकम टैक्स वालों के चक्कर काट रहा है।
रंगाई का काम करने वाला गोविंद बोला, मैने तो बस बैंक में खाता खोला था
दरअसल भीलवाड़ा जिले के हुरडा पंचायत समिति मुख्यालय पर रहने वाले मजदूर गोविंद भील को अजमेर आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है। नोटिस में लिखा गया है कि उसने साल 2019 - 20 में अपने खाते से करीब 66 करोड़ रुपयों का लेनदेन किया है और इसका टैक्स सरकार को नहीं दिया है। अगर यह टैक्स 14 जुलाई तक नहीं भरा जाता है तो दस हजार रुपए का जुर्माना भी भरना होगा। यह नोटिस जब गोविंद भील को मिला उसके घर पहुंचा तो वह परेशान हो गया। उसके गांव के ही कुछ लोगों को यह नोटिस दिखाया। लेकिन इसका कोई रिजल्ट नहीं निकला। फिलहाल उसने नोटिस का जवाब भी नहीं दिया है और टैक्स भी नहीं भरा है।
2017 में खाता खुलाया था तब आधार कार्ड दिया था
गोविंद भील ने बताया कि वह रंगाई और पुताई का काम करता है। करीब पांच साल पहले साल 2017 में उसने बैंक में खाता खुलाने के दौरान आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज दिए थे। उसके बाद खाते में कभी कभार ही रपए जमा कराए थे। कई महीनों से तो खाता काम ही नहीं आ रहा था। उसने कहा कि क्या पता था कि खाता कोई और काम में ले रहा है और खाते से 66 करोड़ का लेनदेन कर लिया। गोविंद ने कहा कि वह तो अब खाता ही बंद करा देगा।
अजमेर में मजदूर को भेजा था पचास करोड़ का नोटिस
अजमेर के विजय नगर में रहने वाले पुखराज प्रजापत के पास इस साल मार्च में नोटिस आया था। उसे पचास करोड़ रुपए के लेनदेन के बारे में नोटिस दिया गया और टैक्स मांगा गया। वह थाने दौड़ा और पुलिस को सूचना दी कि संभव है उसका खाता किसी ने यूज किया हो। उसने बताया कि उसने पैन नंबर के आधार पर कई साल पहले खाता खुलाया था, लेकिन काम में नहीं लिया था।