सार

राजस्थान के दौसा से एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक शख्स ने खास तकनीक से  200 जैक लगाकर अपना मकान 3 फीट ऊंचा कर रहा है। क्योंकि उसके घर में हर साल बाढ़ का पानी भर जाता है। करीब एक महीने यह काम चलेगा।
 

दौसा. राजस्थान के दौसा शहर से एक रोचक खबर सामने आई है। दरअसल करीब 30 साल पहले बने एक मकान को बारिश के पानी के कारण इतना नुकसान हुआ कि मकान मालिक ने मकान ही नया बनाने की तैयारी कर ली। नया मकान बनने में जांच पड़ताल की तो पता चला उसी साइज का नया मकान बनने में 1 करोड़ रुपए की जरूरत है। मकान मालिक ने पैसा बचाते हुए और पुराने मकान को मजबूती देने में ऐसा दिमाग लगाया कि उसे देखने के लिए अब हर रोज बड़ी संख्या में लोग घर के बाहर जमा हो जाते हैं । 

 30 साल में सड़क बनती रही और मकान नीचे धसता गया
दौसा की कमलेश्वर कॉलोनी में करीब 30 साल पहले 2000 वर्ग गज जमीन पर कोर्ट में सीनियर रीडर के पद पर तैनात जगदीश मौर्य ने मकान बनाया था। जब यह मकान बना उस समय यह सड़क के लेवल से करीब 6 फीट ऊपर था। लेकिन 30 साल के अंदर लगातार सड़क बनती रही और अब यह मकान सड़क के लेवल से कुछ नीचे चला गया। अब हालात यह हो गए कि आसपास रहने वाले जिन भी लोगों ने नए मकान बनाए उनके मकान ऊपर चले गए और जगदीश का मकान नीचे रह गया। 30 साल के दौरान जगदीश भी रिटायर हो गए। अब नया मकान बनाना वैसे भी चुनौतीपूर्ण था। 

हरियाणा में हाउस लिफ्टिंग कंपनी कर रही चैलेंज काम
 बारिश के समय मकान में पूरी कॉलोनी का कीचड़ युक्त गंदा पानी भर जाता था, इसके अलावा भी कॉलोनी के लोग अपने घरों के बाहर जो नालियां खोलते थे उसका पानी भी जगदीश के घर में घुस जाता था।  जगदीश ने नया मकान लेने का विचार कर ही लिया ,लेकिन रिश्तेदारों ने समझाया। उसके बाद इसी मकान को बिना टूट-फूट के रिनोवेशन कराने की तैयारी की गई। लेकिन राजस्थान का कोई भी कंस्ट्रक्शन ठेकेदार इसके लिए तैयार नहीं हुआ। उसके बाद हरियाणा के ठेकेदार से बात की गई। हरियाणा में हाउस लिफ्टिंग और शिफ्टिंग करने वाली कंपनी ने इस काम के लिए हामी भर दी कंपनी। 

मकान को ऊंचा करने के लिए 200 जैक लगाए गए
 एनवीके हाउस लिफ्टिंग फॉर शिफ्टिंग के मालिक हरिदत्त ने बताया कि मकान को करीब 3 फीट ऊपर उठाया जा रहा है। शर्त यही है कि कहीं भी कोई दरार नहीं आए। मकान को ऊंचा करने के लिए 200 जैक लगाए गए हैं।  2 सितंबर से यह काम शुरू किया गया है जो इस पूरे महीने चलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि मकान की जहां नीव है उसे नीव के पास से खोदा गया है और वहां पर जैक लगाकर हर रोज थोड़ा थोड़ा ऊपर उठाया जा रहा है। करीब 3 से 3.25 फीट तक 2 मंजिला इस मकान को 1 महीने में उठाया जाना है।  उसके बाद करीब 1 से डेढ़ फीट तक बिजली, पानी और सीवर की लाइन  दबाई जाएंगी और उसके बाद फर्श किया जाएगा।

राजस्थान में इस तरह का यह दूसरा मामला
 मकान की मजबूती में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आई है उल्टा अब मकान और ज्यादा मजबूत हो जाएगा।  हरिदत्त ने बताया कि राजस्थान में यह उनका दूसरा काम है इससे पहले बीकानेर में भी एक मकान को इसी तरह करीब डेढ़ से दो फीट तक ऊंचा उठाकर उसकी मरम्मत की गई थी । हरिदत्त का कहना है कि उनकी कंपनी 15 राज्यों में इस तरह के काम कर चुकी है । दौसा में वर्तमान में 15 लेबर लगी हुई है ।सभी लोग यूपी के रहने वाले हैं । साइट पे मैनेजर रहता है वह हर कुछ देर में मेजरमेंट करता है और उसी आधार पर मकान को ऊपर उठाने का काम जारी रहता है। इसका रेट करीब ₹200 वर्ग फीट है। बाकी मकान की कंडीशन के ऊपर डिपेंड करता है। 
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वीडियो में देखिए कैसे ऊपर उठ गया 30 साल पुराना मकान