सार

बीकानेर पुलिस ने जय नारायण व्यास कॉलोनी और नोखा गांव में दो जगह दबिश दी। दोनों जगह से पुलिस ने 2.73 करोड रुपए के नकली नोट और नोट छापने की मशीन मिली थी। इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। 

बीकानेर. बीकानेर में नकली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नकली नोटों से वह सब पूरे देश में कई जगह घूमने जाते। नकली नोट चुकाकर महंगी होटलों में रुकते। यहां लाखों रुपए कॉल गर्ल्स पर भी खर्च कर देते। इसके अलावा पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सभी को नशे की आदत है। ऐसे में सभी इन नकली नोटों की मदद से ड्रग्स जैसे नशे करते थे। 

गौरतलब है कि 2 दिन पहले देर रात बीकानेर पुलिस ने बीकानेर के जय नारायण व्यास कॉलोनी और नोखा गांव में दो जगह दबिश दी। दोनों जगह से पुलिस ने 2.73 करोड रुपए के नकली नोट और नोट छापने की मशीन के साथ इस काम में लिया जाने वाला हाई क्वालिटी पेपर भी पकड़ा था। पुलिस को देख तीन आरोपी वहां से भाग गए। लेकिन मौका रहते हुए ही पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। प्रारंभिक पूछताछ में है कि इन नक़ली नोटों को हवाला के काम में लिया जाता था। हवाला के जरिए ही यह पैसा हर जगह पहुंचता था।

पूरे देश में खपाए नकली नोट,मुख्य आरोपी अब भी पकड़ से दूर
अब तक की पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है कि आरोपियों ने अपने छपे हुए नकली नोट राजस्थान के तमाम जिलों के साथ साथ पिछले 1 साल में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे कई बड़े शहरों में खपा दिए। हालांकि कहीं पर भी वह पकड़ में नहीं आए। नकली नोट के डिलीवरी में वह आगे का एक नोट और पीछे का एक नोट असली रखते थे। जिससे कि सामने वाले को पता भी चल ना सके। हालांकि पुलिस यह दावा तो कर रही है कि नकली नोट के खिलाफ यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। लेकिन पुलिस इस मामले में अभी तक के मुख्य आरोपियों को ही गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

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