सार

जयपुर शहर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो टीनएजर बच्चों के माता पिता के लिए सावधान करती है। यहां 13 साल की बच्ची ने तीन सप्ताह पहले इंस्टा पर बने दोस्त के लिए घर छोड़ दिया। फिर वह घर छोड़कर बाड़मेर से जयपर पहुंच गई। 

जयपुर. समय तेजी से दौड़ रहा है। लगभग हर टीनएजर के पास मोबाइल फोन है। माता पिता ने ये फोन उनकी सुरक्षा के लिए दिए हैं लेकिन फोन पर सोशल मीडिया को ऐसा इस्तेमाल हो रहा है कि बच्चों की जान जोखिम में पड रही है। जयपुर शहर से फिर से एक मामला सामने आया है। 13 साल की बच्ची ने तीन सप्ताह पहले इंस्टा पर बने दोस्त के लिए घर छोड़ दिया। फिर उसके साथ क्या क्या हुआ, कैसे वह घर पहुंची। दो दिन घर से दूर रहने के बाद बच्ची की जो हालात खराब हो गई, बाद में बच्ची को पुलिस ने दस्तयाब कर लिया और उसके परिजनों के हवाले कर दिया। मामला जयपुर शहर के विद्याधर नगर थाना क्षेत्र का है। शनिवार शाम बच्ची लापता हुई थी और सोमवार रात परिवार को मिली है। 

मां के फोन में इंस्टा चलाती थी 8वीं की बच्ची, फिर जो हुआ वो शॉकिंग था
जयपुर के विद्याधर नगर में रहने वाले शू कारोबारी की 13 साल की बेटी खुशी आठवीं कक्षा में पढ़ती है। खुशी के पास खुद का फोन नहीं है। वह अपनी मां का स्मार्टफोन रखती है। मां को पता ही नहीं था कि फोन में इंस्टा डाउनलोड कर लिया गया। बेटी घंटो फोन पर रहती, माता पिता पूछते तो पढ़ाई करने की कह देती। तीन सप्ताह पहले खुशी की दोस्ती बीकानेर के एक लड़के से इंस्टा पर हो गई। बातचीत होने लगी। इंस्टा के बारे में कुछ दिन पहले पिता को पता चला तो पिता ने इंस्टा डिलिट कर दिया और फोन छीन लिया। लेकिन उसके बाद खुशी ने दादी का फोन चुपके चुपके इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। शनिवार शाम वह एक बैग लेकर घर से निकल गई। किसी को पता नहीं चला। रात को नहीं लौटी तो परिवार थाने गया। 

दादी का फोन ले गई, जिसमें इनकमिंग नहीं थी, बस में रोती रही
बच्ची को सोमवार रात दस्तायाब कर लिया गया। उसने पुलिस को बताया कि वह शनिवार को घर से निकल गई थी। ऑटो लेकर बस स्टॉप पर पहुंची और वहां से बीकानेर जाने वाली बस में बैठने की तैयरी की। लेकिन गलती से बाडमेर की बस में बैठ गई। उधर परिवार वालों के सभी फोन पुलिस ने मंगाए तो पता चला कि दादी का फोन नहीं मिल रहां। उसके बाद दादी के फोन को सर्विलांस पर डाला गया। शनिवार को फोन बंद आया। रविवार को फोन शुरु हुआ तो पता चला कि बच्ची बस मे है तो बस को बाडमेर पहुंचने से पहले अजमेर में पकडने की कोशिश की गई। बात नहीं बनी। रविवार देर रात बच्ची बाडमेर पहुंची। वहां पर रविवार तडके गश्त के दौरान एक अफसर को बच्ची रोती मिलीं। उससे पूछताछ कि वह सिर्फ इतना ही बता सकी की जयपुर से है। उसके बाद बाडमेर से कल शाम बच्ची को जयपुर लाया गया है। पुलिस अब उस लड़के बारे में पता करने की कोशिश कर रही है जिसने लड़की को बीकानेर बुलाया था।

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