सार
राजस्थान में एक पिता की मौत के बाद परिवार ने 7 साल की बेटी हिना को पगड़ी पहनाकर अपने परिवार का मुखिया बनाया। बता दें कि अगर किसी परिवार का मुखिया का निधन हो जाता है तो उसके अंतिम संस्कार के तीसरे, चौथे दिन या फिर तेहरवीं के दिन पगड़ी की रस्म की जाती है।
जयपुर. राजस्थान में अगर किसी परिवार का मुखिया का निधन हो जाता है तो उसके अंतिम संस्कार के तीसरे, चौथे दिन या फिर तेहरवीं के दिन पगड़ी की रस्म की जाती है। ऐसा ही एक मामला जयपुर में सामने है, जहां एक पिता की मौत के बाद परिवार ने 7 साल की बेटी हिना को पगड़ी पहनाकर घर का मुखिया बनाया।
पिता की मौत के बाद बेटी को पहनाई पगड़ी
दरअसल, 30 नवंबर को जयपुर के रहने वाले राजेन्द्र वर्मा बीमारी के चलते मौत हो गई थी। वह ऑटो चलाकर अपने घर का खर्चा चलाता था। रीति-रिवाज है कि पिता की पगड़ी बेटे को ही पहनाई जाती है। लेकिन राजेंद को कोई बेटा नहीं उसको तीन बेटिया हैं। जिनके नाम बेटियां हीना, ईशा और प्रियंका हैं।
देश नाम रोशन कर रही हैं बेटियां
जब परिवार वाले बेटी को पगड़ पहनाने लगे तो पड़ोसी इसका विरोध करने लगे। बोले- ऐसा नहीं होता यह रस्म तो बेटे के साथ होती है। लेकिन हिना के नाना ने तर्क दिया जिसके घर में कोई बेटा नहीं हो तो क्या करें। हम तो अपनी हिना बेटी को ही यह पगड़ी बांधेगे। क्योंकि आज भारत की बेटिया देश में परचम लहरा रही हैं। वह हर फील्ड में अपना नाम रोशन कर रही हैं। इसलिए हम बेटी को ही पगड़ी पहनाएंगे। जब बच्ची को पगड़ी बांधी गई तो वहां मौजूद हर किसी की आंख नम थी।