सार
दो साल बाद राजस्थान में छात्रसंघ के चुनाव जब से हुए तब से वह विवादों में ही घिरा नजर आया है। अब फिर एक कॉलेज स्टुडेंट संघ के प्रेसिडेंट के फर्जी प्रवेश का मामला सामने आया है। जिसके कारण उसकी कुर्सी पर तलवार लटकने लगी है।
सीकर. राजस्थान में चुनाव में जीत के बाद छात्र संघ नेताओं के फर्जी प्रवेश के नित नए मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला सीकर जिले की राजकीय कॉमर्स कॉलेज से सामने आया है। जिसमें छात्र संघ अध्यक्ष की कुर्सी व प्रवेश दोनों पर तलवार लटक गई है। दरअसल निर्दलीय चुनाव लड़कर जीतने वाले सौरभ सिंह के प्रवेश को लेकर एबीवीपी के जिला संयोजक राहुल डोरवाल ने एक आरटीआई से सूचना मांगी थी। जिसमें खुलासा हुआ है कि छात्र संघ अध्यक्ष सौरभ सिंह ने बीकॉम प्रथम वर्ष में प्रवेश ओबीसी वर्ग में लिया था जबकि एमकॉम प्रिवियस में उसका प्रवेश ईडब्ल्यूएस कोटे से हुआ है। चूंकि ईडब्ल्यूएस वर्ग का लाभ केवल जनरल वर्ग को ही मिलता है। ऐसे में उसके प्रवेश में फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया है। मामले में एबीवीपी ने अब छात्र संघ अध्यक्ष के निलंबन के लिए मोर्चा भी खोल दिया है।
आरटीआई से यूं हुआ खुलासा, कॉलेज प्रशासन पर भी उठे सवाल
एबीवीपी के जिला संयोजक राहुल डोरवाल ने आरटीआई एक्ट के तहत कॉलेज से छात्र संघ अध्यक्ष सौरभ के प्रवेश को लेकर सूचना मांगी थी। जिसमें उसके दस्तावेजों व प्रवेश के वर्ग के बारे में पूछा गया था। जिस पर कार्यवाहक प्राचार्य हंसराज रैगर ने लिखित जानकारी दी कि सौरभ सिंह ने 2018-19 में बीकॉम प्रथम वर्ष में प्रवेश ओबीसी वर्ग तथा 2021-22 में एमकॉम प्रीवियस में प्रवेश ईडब्ल्यूएस वर्ग में लिया था।
एबीवीपी से बागी हुआ था सौरभ
सौरभ सिंह ने एबीवीपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव जीता था। तब से एबीवीपी में उसके खिलाफ गुस्सा था। जब उसके प्रवेश में फर्जीवाड़े की भनक लगी तो एबीवीपी संयोजक ने आरटीआई से उसकी सूचना लेकर भंडाफोड़ कर दिया। अब एबीवीपी के कार्यकर्ता उसके निलंबन व उसका प्रवेश करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
छात्रसंघ कार्यालय को लेकर विवाद
प्रवेश के विवाद के बीच कॉलेज में छात्रसंघ कार्यालय को लेकर भी छात्र संघ अध्यक्ष सौरभ सिंह व उसके समर्थकों का एबीवीपी से विवाद हो गया। दरअसल प्रवेश का विवाद उभरने के बाद सौरभ कॉलेज में अपना छात्रसंघ कार्यालय शुरू करने के लिए प्राचार्य से मिला था। जिसका एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विरोध कर दिया। इस पर दोनों पक्षों में हाथापाई भी हो गई। जिसे बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शांत करवाया।
कॉलेज प्रशासन पर उठे सवाल, बनाई कमेटी
मामले में कॉलेज प्रशासन भी पर सवाल उठ रहे हैं। पहले ओबीसी और फिर ईडब्ल्यूएस वर्ग में प्रवेश देने पर कॉलेज प्रशासन पर भी सौरभ के साथ मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं। फिलहाल छात्र संघ अध्यक्ष के प्रवेश को लेकर उठे बवाल के बाद कॉलेज प्रशासन ने जांच कमेटी का गठन किया है। जो तीन दिन में मामले की रिपोर्ट देगी।
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