सार
कहते हैं कामयाबी भी उसी के कदम चुमती है, जिसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत की हो। कुछ ऐसा ही कर दिखाया राजस्थान के टोंक जिले में रहने वाले एक युवा ने, जो अब पायलट बन गया है। कभी उसके परिवार के हालात इतने बुरे की खाने के भी लाले पड़ जाते हो।
टोंक (राजस्थान). हंसता खेलता परिवार, बीच में ही परिवार के शख्स की मौत और फिर परिवार के हालात इतने बुरे की खाने के भी लाले पड़ जाते हो। लेकिन फिर भी परिवार का एक लड़का मेहनत करके लाखों रुपए की नौकरी लग जाता है। पढ़ने में यह कहानी बिल्कुल एक फिल्मी कहानी की तरह लगे लेकिन यह राजस्थान की एक लड़की दीपक की हकीकत है।
सीख लेने वाली है दीपक के परिवार की कहानी
राजस्थान के टोंक जिले के देवली इलाके के रहने वाले दीपक कुमावत हाल ही में एलाइंस एयर एवियशन लिमिटेड में को पायलट के रूप में सिलेक्ट हुए हैं। जो समाज और पड़ोस के लोग गरीबी को देखते हुए दीपक और उसके परिवार को सपोर्ट नहीं करते थे वह आज उसकी तारीफों के पुल बांधने में लगे हुए हैं।
मां ने घरों में काम और सिलाई करके बेटे को पढ़ाया
फिलहाल दीपक को ट्रेनिंग पर गया हुआ है। यहां 1 महीने की ट्रेनिंग करने के बाद उसकी जॉइनिंग होगी। दीपक ने बचपन से ही पायलट बनने की ठान ली थी। और इसके लिए 12वीं क्लास में साइंस मैथ्स के साथ पढ़ाई करना शुरू कर दी थी। परिवार ने दीपक को पढ़ाई करने के लिए दिल्ली भी भेज दिया। लेकिन साल 2011 में अचानक दीपक के पिता सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। पिता के घायल होने के बाद आर्थिक स्थिति भी ज्यादा ठीक नहीं रही। चार बहनों के इकलौते भाई की मां ने घर के कामों के अलावा सिलाई करना शुरू किया और अपने बच्चों का पालन पोषण करना शुरू किया। फिर दीपक को दोबारा वापस दिल्ली भेजा गया। यहां से तैयारी करना शुरू की।
जानिए कितनी होगी सैलरी
दीपक ने घर जाकर के कानपुर और स्पेन में अपनी ट्रेनिंग भी की। लेकिन फिर कोरोना के चलते 2 साल तक वैकेंसी ही नहीं आई। लेकिन दीपक बिल्कुल भी निराश नहीं हुआ और लगातार अपनी मेहनत में लगा यह। जिसके बाद अब वह पायलट बन चुका। दीपक की शुरुआती कमाई ही करीब ढाई लाख से ज्यादा होगी।
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