सार
वन विभाग के अफसरों ने बताया कि यह ब्रॉन्जबेक नाम का सांप है। वन विभाग के अनुसार, यह सांप जहरीला नहीं होता है। ये सांप उस जगह पर पाया जाता है जहां पर पेड़-पौधे ज्यादा होते हैं। सांप को पकड़कर छोड़ दिया गया।
उदयपुर. सांप देखते ही अधिकतर लोगों की जान सूख जाती है। हाथ पैर काम करना बंद कर देते हैं। ऐसे में अगर पता चलते कि आपके पास ही करीब चालीस मिनट तक सांप बैठा है, आपको चालीस मिनट के बाद पता चले तो क्या हालात होंगे। ऐसा ही हुआ उदयपुर के एक गुरुजी के साथ। वे हर रोज की तरह स्कूल पहुंचे थे, जैसे ही वहां पर उतरे और बाइक खडी की बाइक की सीट के नीचे से सांप निकल आया। गुरुजी बाइक छोड़कर भाग छूटे, बच्चे भी वहां से भाग गए। बाद में सांप को जैसे-तैसे पकड़कर जंगल में छोड़ा गया।
दरअसल, उदयपुर के झल्लारा ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल भटवाड़ा में पढ़ाने वाले गुरुजी प्रेम शंकर मीणा गुरुवार दोपहर स्कूल पहुंचे थे। अपने गांव पीलूड़ा सेरिया से उन्होनें अपनी बाइक ली और करीब बीस किलोमीटर की दूरी करीब चालीस मिनट में तय करने के बाद वे स्कूल पहुंचें। वहां आकर स्कूल के बाहर बाइक खड़ी की। उसके बाद पानी की बोतल और लंच बॉक्स बाइक पर टंगे बैग से निकाला। जैसे ही पानी की बोतल निकाली उस दौरान पास ही खडे गुरुजी से प्रेम शंकर मीणा बात करने लगे।
पानी की बोतल निकालने के बाद बैग बंद करने की लिए जैसे ही नीचे झुके तो देखा सीट पर सांप बैठा था फन फैलाए। उसका आधा हिस्सा सीट के नीचे था और आधा सीट पर। गुरुजी तो पानी की बोतल वहीं छोड़कर भाग गए। बच्चों को पता चला तो वे भी स्कूल से निकल गए। अफरा तफरी मच गई। बाद में कुछ ग्रामीणों की मदद से सांप को पकडा गया और जंगल में छोड़ा गया।
वन विभाग वालों को भी वहां बुला लिया गया था। वन विभाग के अफसरों ने बताया कि यह ब्रॉन्जबेक नाम का सांप है। सांप में विष नहीं होता लेकिन यह करीब पांच फीट तक लंबा होता हैं। यह फूलों के पौधों के आसपास रहना पसंद करता है। छलांग लगाकर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचता है।