जयपुर की स्थापना से पहले नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर एक गणपति मंदिर की स्थापना की गई थी। यह दुनिया का ऐसा इकलौता गणेश मंदिर माना जाता है, जहां बिना सूंड वाले गणपति बैठे हैं, वह भी बाल रूप में। इस मंदिर में बप्पा की फोटो खींचना सख्त मना है।
Ganesh Chaturthi 2023: इस बार गणेश उत्सव की शुरुआत 19 सितंबर, मंगलवार से हो चुकी है। ये उत्सव 28 सितंबर तक मनाया जाएगा और 29 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के मौके पर गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन होगा।
Ganeshji Ke Mantra: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से चतुर्दशी तिथि तक गणेश उत्सव मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 19 से 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। इस दौरान मंत्र जाप कर भी भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न किया जा सकता है।
Ganesh Chaturthi Rashi Anusar Upay: भादौ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 19 सितंबर, मंगलवार को है। इस दिन राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो हर कामना पूरी हो सकती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Ganeshji Ke Bhajan: भाद्रपद मास में 10 दिवसीय गणेश उत्सव मनाने की परंपरा है। इस बार ये उत्सव 19 से 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। इन 10 दिनों में रोज भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाएगी और अलग-अलग चीजों का भोग लगाकर बाप्पा को प्रसन्न किया जाएगा।
Ganesh Chaturthi 2023: श्रीगणेश से जुड़ी अनेक कथाएं हमारे धर्म ग्रंथों में मिलती हैं। ऐसी ही एक कहानी उनके भाई कार्तिकेय से भी जुड़ी हैं। ये दोनों ही शिव के प्रिय पुत्र हैं और एक बार इन दोनों में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए प्रतियोगिता भी हुई थी।
Ganesh Chaturthi Ki Katha: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस बार ये तिथि 19 सितंबर को है। भगवान श्रीगणेश का मस्तक हाथी का है, ये बात तो हम सभी जानते हैं, लेकिन गणेश चतुर्थी की पूरी कथा बहुत कम लोग जानते हैं।
Hartalika Teej Vrat: हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस बार ये तिथि 18 सितंबर को है। इस दिन महिलाएं दिन भर भूखी-प्यासी रहकर भगवान शिव-पार्वती की पूजा करती हैं।
Hartalika Teej 2023: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज व्रत किया जाता है। इस व्रत में महिलाएं दिन भर कुछ भी खाती-पीती नहीं हैं। इस व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है। इस बार ये व्रत 18 सितंबर, सोमवार को है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज व्रत किया जाता है। इस व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा का विधान है। ये व्रत महिला प्रधान है, इसलिए महिलाओं को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है।