Radha Janmashtami 2023: इस बार राधा जन्माष्टमी का पर्व 23 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन कईं शुभ योग भी बन रहे हैं, जिसके चलते ये पर्व और भी खास हो गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर श्रीकृष्ण की प्रेयसी राधा का जन्म हुआ था।
India-Canada Ties: खालिस्तान आतंकवादी की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में तनाव बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि कनाड़ा में भारतीय मूल के लाखों लोग रहते हैं और यहां कईं प्रसिद्धि हिंदू मंदिर भी हैं।
Ganesh Visarjan 2023: इस बार गणेश उत्सव की शुरूआत 19 सितंबर से हो चुकी है। ये पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है और अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है, लेकिन कईं स्थानों पर इसके पहले भी प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया जाता है।
India-Canada Ties: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत में हुए G20 समिट में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या के मुद्दे को उठाना चाहते थे, लेकिन अन्य देश इसके लिए राजी नहीं हुए। आखिर क्या है खालिस्तान का अर्थ और ये क्यों विवादित है?
Statue of Oneness Omkareshwar: मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण 21 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान करेंगे। आदि गुरु शंकराचार्य कौन थे, इसके बारे में कम ही लोगों को पता है।
Omkareshwar Adi Shankaracharya Statue Unveiled: 21 सितंबर, गुरुवार को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान करने वाले हैं। आदि गुरु शंकराचार्य भारत के महान विद्वान थे।
देश भर में भगवान गणेश के हजारों मंदिर हैं जहां हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। आज से गणेश उत्सव भी शुरू हो गया है। ऐसे में यहां देखें देश के 10 प्रसिद्ध गणपति मंदिर कौन-कौन से हैं।
Rishi Panchami 2023: इस बार ऋषि पंचमी का व्रत 20 सितंबर, बुधवार को किया जाएगा। इस दिन महिलाएं सप्त ऋषियों की पूजा करती हैं। महिलाओं के लिए ये व्रत करना बहुत ही जरूरी माना जाता है। इससे जुड़ी कईं मान्यताएं भी हैं।
Pm Modi on Ganesh Chaturthi: 19 सितंबर, मंगलवार को पूरे देश में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़ी ही धूम-धाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी हैं।
हिंदू धर्म में तुलसी को परम पवित्र माना गया है। लगभग सभी देवताओं की पूजा में तुलसी का उपयोग किया जाता है, लेकिन श्रीगणेश की पूजा में तुलसी का उपयोग वर्जित है। इसके पीछे एक रोचक कथा है, जिसका वर्णन गणेश पुराण में मिलता है।