Ganesh Chaturthi 2023: श्रीगणेश से जुड़ी अनेक कथाएं हमारे धर्म ग्रंथों में मिलती हैं। ऐसी ही एक कहानी उनके भाई कार्तिकेय से भी जुड़ी हैं। ये दोनों ही शिव के प्रिय पुत्र हैं और एक बार इन दोनों में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए प्रतियोगिता भी हुई थी।
Vishwakarma Puja 2023: भगवान विश्वकर्मा को देवशिल्पी कहा जाता है यानी देवताओं के विभिन्न नगरों सहित इस पूरी पृथ्वी का निर्माण भी इन्होंने ही किया है। हर साल कन्या संक्रांति पर इनकी पूजा का विधान है।
Hartalika Teej 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस दिन महिलाएं रात भर जागकर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस बार ये व्रत 18 सितंबर, सोमवार को है।
Ganesh Chaturthi 2023: भाद्रपद मास में 10 दिवसीय गणेशोत्सव मनाया जाता है। इस दौरान घर-घर में और सार्वजनिक रूप से गणेशजी की प्रतिमा स्थापित की जाती है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है। जानें इस बार गणेश चतुर्थी कौन से दिन है।
Bail Pola 2023: हमारे देश में एक ही दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में कईं त्योहार मनाए जाते हैं। ऐसा ही एक त्योहार है बैल पोला। ये उत्सव भाद्रपद मास की अमावस्या पर मनाया जाता है। मुख्यत ये पर्व महाराष्ट्र, छत्तीगसढ़ आदि जगहों पर मनाने की परंपरा है।
Masik Shivratri 2023: हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजा की जाती है। इसे मासिक शिवरात्रि और शिव चतुर्दशी कहा जाता है। इस व्रत को करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Hartalika Teej Pujan Samgri: इस बार हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर, सोमवार को किया जाएगा। इस दिन महिलाएं रात भर जागकर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर लगभग तैयार हो चुका है। शेष काम दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 15 से 24 जनवरी 2024 के दौरान एक भव्य कार्यक्रम के में नवर्निमित मंदिर में रामलला की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
Kab hai Hartalika Teej 2023: भाद्रपद मास में हरतालिका व्रत किया जाता है। ये व्रत महिलाओं के लिए काफी खास माना गया है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं यानी कुछ भी खाती-पीती नहीं है। इस व्रत में भगवान शिव-पार्वती की पूजा का विधान है।
Mangal Pradosh 2023: धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक व्रतों का वर्णन मिलता है। प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। ये व्रत हर महीने को दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। ये व्रत कई शुभ योग बनाता है।