Sarvapitri Amavasya Upay: श्राद्ध पक्ष की अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या कहते हैं। इस बार ये तिथि 14 अक्टूबर, शनिवार को है। मान्यता है कि इस दिन सभी पितरों का श्राद्ध एक साथ किया जा सकता है, जिससे उन सभी को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
Shardiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से हो रही है और समापन 23 अक्टूबर को है। 24 अक्टूबर को दशहरा मनाया जायेगा। नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। जानें शारदीय नवरात्रि कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, विधि समेत पूरी डिटेल।
October 2023 Mai Shivratri Kab hai: हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजा की जाती है। इसे मासिक शिवरात्रि व्रत कहते हैं। इस व्रत को करने से घर में हर परेशानी दूर हो सकती है।
Shanishchari Amavasya Kab Hai: इस बार अक्टूबर 2023 में शनिश्चरी अमावस्या पर एक दुर्लभ संयोग बन रहा है। ऐसा संयोग कईं सालों में एक बार बनता है। इस दुर्लभ संयोग के चलते इस अमावस्या का महत्व और भी बढ़ गया है।
Indira Ekadashi 2023 Kab Hai: श्राद्ध पक्ष एकादशी बहुत खास मानी गई हैं। इस एकादशी का महत्व कईं धर्म ग्रंथों में मिलता है। मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से पितरों की आत्मा सदा के लिए तृप्त हो जाती है।
Pinky Finger Personality Test: आपकी छोटी उंगली की लंबाई आपके वास्तविक व्यक्तित्व के लक्षण, ताकत, स्वभाव और व्यवहार के बारे में बहुत कुछ बता सकती है। आपकी पिंकी फिंगर आपके व्यक्तित्व के बारे में क्या कहती है, जानना चाहते हैं तो आगे पढ़ें।
Mahalakshmi Vrat 2023: श्राद्ध पक्ष के दौरान महालक्ष्मी व्रत करने की परंपरा है। इस व्रत में हाथी पर बैठी हुई देवी लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इसलिए इसे हाथी पूजा भी कहते हैं। इस बार ये व्रत अक्टूबर 2023 के पहले सप्ताह में किया जाएगा।
Know nature through colors from car: जब कोई व्यक्ति नई कार खरीदता है तो कईं बातों पर ध्यान देता है जैसे कंपनी, माइलेज, बजट आदि। लेकिन सबसे पहले जो बात दिमाग में आती है वो कलर। कार की कलर से व्यक्ति की पर्सनालिटी के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
Sharadiya Navratri 2023: आश्विन मास में हर साल शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व अक्टूबर मास में मनाया जाएगा। इन 9 दिनों में रोज देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है।
Gaya Pitru Paksha Mela 2023 Date:आश्विन मास के पहले पखवाड़े में पितृ पक्ष आता है। इसे महालया भी कहते हैं। इन 16 दिनों में पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान आदि किए जाते हैं। श्राद्ध-पिंडदान के लिए बिहार के गया को सबसे उत्तम तीर्थ माना गया है।