Masik Shivratri 2023: हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजा की जाती है। इसे मासिक शिवरात्रि और शिव चतुर्दशी कहा जाता है। इस व्रत को करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Hartalika Teej Pujan Samgri: इस बार हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर, सोमवार को किया जाएगा। इस दिन महिलाएं रात भर जागकर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर लगभग तैयार हो चुका है। शेष काम दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 15 से 24 जनवरी 2024 के दौरान एक भव्य कार्यक्रम के में नवर्निमित मंदिर में रामलला की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
Kab hai Hartalika Teej 2023: भाद्रपद मास में हरतालिका व्रत किया जाता है। ये व्रत महिलाओं के लिए काफी खास माना गया है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं यानी कुछ भी खाती-पीती नहीं है। इस व्रत में भगवान शिव-पार्वती की पूजा का विधान है।
Mangal Pradosh 2023: धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक व्रतों का वर्णन मिलता है। प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। ये व्रत हर महीने को दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। ये व्रत कई शुभ योग बनाता है।
Kushgrahani Amavasya 2023: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बहुत ही खास गया है। इसके स्वामी पितृ देवता हैं, इसलिए इस तिथि पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध, तर्पण आदि किया जाता है। इस बार भाद्रपद मास की अमावस्या 2 दिन रहेगी।
Bach Baras 2023 Kab hai:भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में बछ बारस का व्रत किया जाता है, इसे गोवत्स द्वादशी भी कहते हैं। इस दिन महिलाएं गाय के साथ उनके बछड़ों की पूजा भी करती हैं। इस व्रत से जुड़े कुछ खास नियम भी हैं।
Aja Ekadashi 2023 Date: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा और जया एकादशी कहते हैं। इस बार ये व्रत 10 सितंबर, रविवार को किया जाएगा। धार्मिक दृष्टि से यह व्रत बेहद ही महत्वपूर्ण है।
Banke Bihari Temple Live Darshan: 7 सितंबर को पूरे देश में जन्माष्टमी का पर्व बड़ी ही धूम-धाम से मनाया गया। जन्माष्टमी का सबसे ज्यादा उल्लास मथुरा और वृंदावन में देखा जा गया। यहां सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई थी।
Janmashtami 2023 Vrat Parana Time: हिंदू धर्म में व्रत पूर्ण होने के बाद उसका पारणा करने का नियम हैं यानी जब व्रत की तिथि समाप्त हो जाए तो उसके बाद विधि-विधान पूर्वक उस व्रत का समापन करना चाहिए, तभी उसका पूरा फल मिलता है।