Hal Shashthi 2023: भाद्रपद मास में हलषष्ठी नाम का व्रत किया जाता है। इसे हरछठ, उपछठ, हलछट आदि नामों से जाना जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था। इस दिन और भी कईं परंपराएं निभाई जाती हैं।
Ganesh Chaturthi 2023 Date: इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस पर्व से जुड़ी कई परंपराएं इसे खास बनाती हैं। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी की रात को चंद्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए, इस परंपरा के पीछे एक विशेष कारण है।
Janmashtami 2023 Upay: इस बार भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव 1 नहीं बल्कि 2 दिन मनाया जाएगा। ऐसा अष्टमी तिथि 2 दिन होने के कारण होगा। ये पर्व पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से आपकी इच्छा पूरी हो सकती है।
Ganesh Chaturthi 2023 Date: हर साल भाद्रपद मास में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। ये त्योहार एक नहीं बल्कि 10 दिनों तक मनाते हैं। गणेश उत्सव के पहले दिन भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा घर-घर में स्थापित की जाती है।
Janmashtami 2023 Date & Shubh Muhurat: हर साल भाद्रपद मास में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 2 दिन मनाया जाएगा। ये पर्व पूरे देश में बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। मथुरा-वृंदावन में इस उत्सव की धूम देखते ही बनती है।
Janmashtami 2023 Date: जन्माष्टमी पर्व को लेकर लोगों के मन में काफी कन्फ्यूजन है। कुछ स्थानों पर ये पर्व 6 सितंबर को कुछ जगहों पर 7 सितंबर को मनाया जाएगा। ये पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
Janmashtami 2023 Upay: इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 6 व 7 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को कुछ खास चीजों का भोग लगाया जाए तो मनचाहा फल मिल सकता है। जानें जन्माष्टमी पर कान्हा को किन चीजों का भोग लगाएं।
Sankashti Chaturthi 2023: 3 सितंबर, रविवार को संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाएगा। ये व्रत बहुत ही खास है क्योंकि ये साल में आने वाली 4 प्रमुख चतुर्थी में से एक है। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
Kajari Teej 2023: इस बार कजरी तीज का पर्व 2 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन कुंवारी लड़कियां मनचाहे जीवन साथी के लिए शिवजी और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस व्रत को करने से और भी कई शुभ फल मिलते हैं।
Raksha Bandhan 2023 Kab hai:हर साल श्रावण मास के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन पर्व मनाया जाता है। लेकिन इस बार इसे लेकर लोगों में काफी कन्फ्यूजन की स्थिति बन रही है। ऐसा भद्रा के कारण हो रहा है।