Santoshi Mata Vrat: संतोषी माता का व्रत करने से जीवन में सुख-शांति आती है। मां की कृपा हमेशा बनी रहती है। आइए जानते हैं कि कौन से महीने में इस व्रत को शुरू करना चाहिए।

Santoshi Mata Vrat: शुक्रवार के दिन माता संतोषी की पूजा पूरी श्रद्धा के साथ की जाती है। घर में सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए माता का ध्यान किया जाता है। शुक्रवार के दिन माता संतोषी का व्रत किया जाता है। जो कोई भी माता का व्रत करता है उसके जीवन के सारे कष्ट खत्म हो जाते हैं। वहीं, माता रानी का आशीर्वाद बना रहता है। ऐसे में यदि कोई पहली बार ये व्रत करने जा रहा है तो उसके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि कौन से महीने में माता संतोषी का व्रत शुरू किया जाता है।

शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार से माता संतोष का व्रत आपको करना चाहिए। 16 शुक्रवार आपको ये व्रत करना होता है। लेकिन ध्यान रहें कि श्राद्ध के दौरान आप किसी भी व्रत को रखने की शुरुआत न करें।

संतोषी माता का पसंदीदा फूल (Santoshi Mata ka Pasandida Phul)

माता संतोषी का सबसे प्रिय फूल कमल का है। इस फूल पर वो आसन ग्रहण करे हुए हैं। ऐसे में आपको मां सतोषी की पूजा में कमल के फूल का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। माता संतोषी के व्रत में आप शाम के वक्त केवल एक टाइम खाना खा सकते हैं। इस दौरान आपको भूलकर भी खट्टे फल या फिर सब्जी आदि का सेवन नहीं करना है। आप चाहे तो फल, चना, हलवा या फिर गुड़ आदि का सेवन कर सकते हैं।

संतोषी मां के व्रत की विधि (Santoshi Mata Vrat Vidhi)

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और साफ कपड़े पहनकर मां संतोषी का स्मरण करें। 
  • इसके बाद माता संतोषी की प्रतिमा या फिर तस्वीर को स्थापित करें और कलश-नारियल उसके साथ रखें।
  •  फूल, सिंदूर, माला और चावल आदि चढ़ाने के बाद उन्हें चने और गुड़ का भोग लगाएं।
  • शाम के वक्त व्रत खोल लें। इस बात का ध्यान रखें कि कुछ खट्टा नहीं खाए।
  • 16 शुक्रवार ऐसे ही व्रत रखने के बाद उद्यापन करें।