सार

Hindu Dharm Mai Kitne Puran Hai: हिंदू धर्म में कितने पुराण हैं, इसके बारे में सभी लोग नहीं जाते और अगर जानते भी हैं वे सिर्फ इनकी संख्या के बारे में ज्ञान रखते हैं। इन पुराण में किस देवी-देवता के वर्णन है, आमजन इससे अनभिज्ञ है।

 

18 Puran Names: हिंदू धर्म में अनेक धर्म ग्रंथ हैं जैसे रामायण, महाभारत, रामचरित मानस आदि। इन धर्म ग्रंथों में पुराणों का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में कुल 18 पुराण माने गए हैं। इन सभी पुराणों में अलग-अलग देवी-देवताओं से संबंधित कथाएं और प्रसंग पढ़ने को मिलते हैं। बहुत कम लोग इन 18 पुराणों के नाम जानते हैं। आज हम आपको इन्हीं 18 पुराणों के नाम और इनसे जुड़ी कुछ खास बातें बता रहे हैं…

ब्रह्म पुराण
पहला है ब्रह्म पुराण। इस पुराण में सृष्टि की उत्पत्ति के रहस्य के बारे बताया गया है। इस पुराण में ये भी बताया है कि कैसे धरती पर मनुष्यों की उतपत्ति हुई।

पद्म पुराण
दूसरा पुराण है पद्म पुराण। इसमें भी सृष्टि की रचना और इसकी उत्पत्तिके रहस्य के बारे में बताया गया है।

विष्णु पुराण
इस पुराण में भगवान विष्णु की लीलाओं का वर्णन मिलता है। इस पुराण की रचना पराशर ऋषि द्वारा की गई है।

शिवपुराण
शिवपुराण में भगवान शिव के अवतारों और ज्योतिर्लिंगों का वर्णन है। इस पूरे ग्रंथ में शिवजी की महिमा के बारे में बताया गया है।

भागवत पुराण
इस पुराण में भगवान विष्णु के सभी अवतारों के बारे में बताया गया है, मुख्य रूप से इसमें भगवान श्रीकृष्ण की कथाओं का वर्णन है।

नारद पुराण
इस पुराण में सभी पुराणों का थोड़ा-थोड़ा वर्णन है। साथ ही इसमें ज्योतिष और व्याकरण आदि के बारे में भी बताया गया है।

मार्कण्डेय पुराण
महर्षि मार्कण्डेय अमर हैं, उन्हें भगवान शिव ने अमरता का वरदान दिया है। उन्हीं के द्वारा इस पुराण की रचना की गई है।

अग्नि पुराण
अग्नि पुराण भी 18 पुराणों में विशेष है। इस पुराण में शिव, गणेश, दुर्गा, सूर्य आदि की प्राण प्रतिष्ठा कैसी की जाए, इस विषय पर बताया गया है।

भविष्य पुराण
इस पुराण में भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में वर्णन है, साथ ही शरीर के बनावट के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव बताए गए हैं।

ब्रह्मवैवर्त पुराण
इस पुराण में भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की गोलोक लीलाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। इस ग्रंथ के राधा रानी की अनेक कथाएं बताई गई हैं।

लिंग पुराण
ये पुराण भी भगवान शिव से संबंधित है। इसमें शिवजी की कथाओं, ज्योर्तिलिंग का महत्व आदि के बारे में बताया गया है।

स्कंद पुराण
इस पुराण में भगवान शिव, उनके पुत्र कार्तिकेय सती-चरित्र, पार्वती विवाह और तारकासुर वध की कथाएं मिलती हैं।

कूर्म पुराण
इस पुराण में चारों वेद का संक्षिप्त वर्णन है। साथ ही इसमें भगवान विष्णु के कूर्म यानी कच्छप अवतार की कथा भी है।

ब्रह्मांड पुराण
ब्रह्मांड की रचना कैसे हुई, इसमें सृष्टि का विस्तार है, ये सब कथाएं ब्रह्मांड पुराण में मिलती हैं।

मत्स्य पुराण
इसमें भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार की कथा है।

गरुड़ पुराण
इस पुराण में मृत्यु व इसके बाद होने वाली घटनाओं के बारे में वर्णन है।

वराह पुराण
यह पुराण भगवान विष्णु के वराह अवतार पर आधारित है।

वामन पुराण
इस पुराण में भगवान विष्णु के वामन अवतार का वर्णन है।



ये भी पढ़ें-
 

Shani Jayanti 2024: क्या होती है शनि की साढ़ेसाती, अभी किन राशियों पर है, क्या ये हमेशा अशुभ फल ही देती है?


प्रेमानंद बाबा: क्या घर के बाहर जूता-चप्पल टांगने से नजर नहीं लगती?


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।