क्या कॉर्नर वाला घर लाता है दुर्भाग्य? जानें वास्तु का रहस्य!
Corner House Vastu: वास्तु शास्त्र के अनुसार, कोने वाला घर केतु के प्रभाव में रहता है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में पाप ग्रह माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और आर्थिक, शारीरिक, और मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- FB
- TW
- Linkdin
हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। इसके अनुसार यदि आप कॉर्नर की जमीन पर कोई घर खरीदते हैं तो इसके कई तरह के नुकसान हैं।
एक कोने का घर खरीदना, यानी गली के कोने पर बने घर में रहना वास्तु की दृष्टि से अशुभ माना जाता है। ऐसे घर में सुख-शांति नहीं रहती है। आपको वास्तु दोषों का सामना करना पड़ेगा। आइए जानते हैं इसके क्या कारण हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कोने वाला घर केतु के अधीन तीन दिशाओं से खुला रहता है। यदि आप ऐसे घर में रहते हैं, तो उस घर में केतु का प्रभाव बढ़ जाता है। ज्योतिष शास्त्र में केतु को पाप ग्रह माना गया है। इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा भरी रहेगी।
इसके अलावा अगर आप कोने वाले घर में रहते हैं तो शुरुआती दिनों में तो कोई नुकसान नहीं होगा। लेकिन, उसके बाद यह अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। इसकी वजह से आपकी आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है, परिवार में कलह बढ़ती है, परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य खराब रहता है जैसी समस्याएं दिन-ब-दिन सामने आती रहती हैं।
वास्तु शास्त्र में कॉर्नर के घर को बहुत ही खराब बताया गया है क्योंकि इस घर में नकारात्मक शक्ति हमेशा बनी रहती है जिससे आपके परिवार में कलह क्लेश बढ़ता है। हालांकि, केतु के दोष को दूर करने के लिए बताए गए उपाय को करने से आप इन सभी समस्याओं से आसानी से निजात पा सकते हैं।