किस मंदिर में मनेगी सबसे पहले राखी, कितने लाख लड्डुओं का लगेगा भोग?
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कब है रक्षाबंधन 2024?
Rakshabandhan 2024 Mahkal Mandir: हर साल सावन के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 19 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा। रक्षाबंधन का पर्व देश के प्रमुख मंदिरों में भी मनाया जाता है। इस दिन पंडे-पुजारी भगवान को रक्षा सूत्र अर्पित करते हैं और देश की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। देश में सबसे पहले रक्षाबंधन का पर्व किस मंदिर में मनाया जाएगा। आगे जानिए…
कहां मनेगा सबसे पहले राखी का पर्व?
19 अगस्त, सोमवार को देश में सबसे पहली राखी मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर में मनाई जाएगी। यहां सुबह 4 बजे की जाने वाली भस्मारती में भगवान महाकाल को रक्षा सूत्र अर्पित किया जाएगा। ये राखी पुजारी परिवार की महिलाओं द्वारा विशेष रूप से हर साल तैयार की जाती है। इस राखी की लंबाई लगभग 4 फीट होती है। इस राखी में मोरपंख व अन्य रत्नों का इस्तेमाल किया जाता है।
लगेगा सवा लाख लड्डुओं का भोग
रक्षाबंधन के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा। इन लड्डुओं को बनाने का काम 4 दिन पहले ही शुरू हो जाता है। इसके लिए लगभग 100 डिब्बे शुद्ध घी, 30 किवंटल बेसन, 45 किलो शक्कर के साथ सूखे मेवों का उपयोग किया जाएगा। खास बात ये है कि भगवान महाकाल को रक्षाबंधन पर हर साल पुजारियों द्वारा सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।
सावन की अंतिम सवारी भी इसी दिन
19 अगस्त को सावन मास का अंतिम दिन रहेगा। इस दिन सोमवार होने से भगवान महाकाल की सवारी भी निकाली जाती है। ये सवारी सावन की अंतिम सवारी रहेगी। इसके बाद भाद्रपद मास के 2 सोमवार को भी भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। रक्षाबंधन पर सावन सोमवार होना एक दुर्लभ संयोग है, जो कईं सालों में एक बार बनता है।
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Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।