सार

Mahakal Sawari Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन में भगवान महाकाल की पहली सवारी 22 जुलाई, सोमवार को धूम-धाम से निकाली गई। पालकी में भगवान महाकाल मनमहेश के रूप में भक्तों को दर्शन दिए।

 

Mahakal Sawari Ujjain: सावन का महीना इस बार 22 जुलाई, सोमवार से शुरू हो चुका है। इस महीने के हर सोमवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाती है। सवारी में लाखों लोग महाकाल बाबा के दर्शनों करते हैं। महाकाल को उज्जैन का राजा माना जाता है और ऐसा समझा जाता है कि सवारी के दौरान स्वयं राजा अपने भक्तों का हाल-चाल जानने निकलते हैं। 22 जुलाई को सावन के पहले सोमवार पर बाबा महाकाल की सवारी धूम-धाम से निकाली गई।

अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने की पूजा
परंपरा के अनुसार, शाम 4 बजे भगवान महाकाल की पालकी मंदिर परिसर से बाहर आई। इसके पहले कोटितीर्थ कुंड के पास स्थित सभामंडप में भगवान महाकाल की पूजा कलेक्टर और एसपी ने की। इस पूजा में विधायक और सासंद सहित अन्य जन प्रतिनिधियों भी शामिल हुए। पालकी के बाहर आते ही सबसे पहले सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सवारी अपने निर्धारित मार्ग, गुदरी चौराहा, कहारवाड़ी, रामघाट, ढाबा रोड, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार से होते हुए पुन: मंदिर में आई। इस दौरान लाखों भक्तों ने बाबा महाकाल के मनमहेश रूप से दर्शन किए।

कब-कब निकलेगी महाकाल की सवारी? (Mahakal Sawari Ujjain 2024 Date)
इस बार सावन मास की शुरूआत 22 जुलाई, सोमवार से हुई है और सावन के अंतिम दिन भी सोमवार रहेगा, जिसके चलते इस बार सावन में भगवान महाकाल की 5 सवारी निकाली जाएगी। सावन के अलावा भादौ मास के पहले 2 सोमवार को भी महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। 22 जुलाई को बाबा महाकाल की पहली सवारी निकल चुकी है। जानें आगे कब निकलेगी सवारी…
दूसरी सवारी- 29 जुलाई
तीसरी सवारी- 5 अगस्त
चौथी सवारी- 12 अगस्त
पांचवी सवारी- 19 अगस्त
छटी सवारी- 26 अगस्त
सातवीं सवारी- 2 सितंबर


ये भी पढ़ें-

Sawan 2024: सावन में महिलाएं क्यों पहनती हैं हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां?


Kavad Yatra History: क्यों निकालते हैं कावड़ यात्रा, कैसे शुरू हुई ये परंपरा?