Mahalaxmi Vrat Upay: इस बार महालक्ष्मी व्रत 14 सितंबर, रविवार को किया जाएगा। इस दिन अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और धन लाभ के योग भी बनते हैं। ये उपाय बहुत ही आसान हैं।
Mahalaxmi Vrat Upay In Hindi: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से लेकर आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तक महालक्ष्मी व्रत किया जाता है। महालक्ष्मी व्रत के अंतिम दिन देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इस बार 14 सितंबर, रविवार को महालक्ष्मी व्रत का समापन होगा। इस दिन अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है, साथ ही धन से संबंधित फायदे भी होते हैं। आगे जानिए महालक्ष्मी व्रत के 10 आसान उपाय…
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महालक्ष्मी व्रत के उपाय
1. महालक्ष्मी व्रत के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा विधि-विधान से करें। गाय के शुद्ध घी का दीपक लगाएं।
2. देवी महालक्ष्मी को गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। इसमें थोड़ी केसर भी जरूर डालें। इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
3. देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। मंत्र जाप के लिए कमल गट्टे की माला का उपयोग करें। ये हैं मंत्र-
- ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
- ऊं लक्ष्मी नम:
- ऊं ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:
- ऊं लक्ष्मी नारायणाय नम:
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4. देवी लक्ष्मी को लाल वस्त्र व सुहाग की सामग्री अर्पित करें और बाद में इसे किसी सुहागिन महिला को दान कर दें। इससे आपकी अनेक परेशानियां दूर हो सकती हैं।
5. महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना अपने घर में करें और रोज इसकी पूजा करें। इस उपाय से आपको धन लाभ होता रहेगा।
6. देवी लक्ष्मी की चांदी से बनी चरण पादुका अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रखें। इससे आप पैसों की तंगी से बचे रहेंगे।
7. महालक्ष्मी व्रत के दिन स्नान आदि करने के बाद देवी लक्ष्मी के चित्र के सामने बैठकर लक्ष्मी स्तुति का पाठ करें। अगर स्वयं न कर पाएं तो किसी योग्य पंडित से करवाएं। इससे आपके घर में पैसों की कमी नहीं होगी।
8. महालक्ष्मी व्रत पर अपने आस-पास स्थिति किसी लक्ष्मी मंदिर के अन्नक्षेत्र में अपनी इच्छा के अनुसार अनाज का दान करें।
9. जरुरतमंदों को अपनी इच्छा अनुसार भोजन, अनाज, कपड़े आदि का दान करें।
10. देवी लक्ष्मी की आरती 11 शुद्ध घी के दीपकों से करें और मनोकमना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।
