सार

Nautapa 2023 Upay: ज्योतिष शास्त्र में नौतपा का विशेष महत्व बताया है। इस दौरान सूर्य रोहिणी नक्षत्र में रहते हैं। इस दौरान यदि कुछ खास उपाय किए जाएं तो जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

 

उज्जैन. जीवन में हम सभी कभी न किसी नौतपा (Nautapa 2023 Upay) के बारे में सुनते हैं, मगर बहुत कम लोग जानते हैं कि ये होता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो इसकी किरणें सीधी यानी लंबवत होकर पृथ्वी पर आती है, जिसके कारण बहुत तेज गर्मी पड़ती है। इस बार नौतपा 25 मई से शुरू होगा जो 2 जून तक रहेगा। सूर्य के रोहिणी में प्रवेश करने से शुरूआती 9 दिनों को नौतपा करते हैं। नौतपा का महत्व कई धर्म ग्रंथों में मिलता है। आगे जानिए नौतपा का महत्व और इससे जुड़ी खास बातें…

नौतपा में दान का विशेष महत्व
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, नौतपा के 9 दिनों में दान करने का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। गरुड़, पद्म और स्कंद पुराण में भी नौतपा के महत्व के बारे में बताया गया है। नौतपा में दान करने से उसका पुण्य फल कई गुना होकर मिलता है। जो व्यक्ति नौतपा में कुछ खास चीजों का दान करता है या विशेष उपाय करता है तो उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

इन चीजों का करें दान
नौतपा में सूर्यदेव अपने रौद्र रूप में होते हैं इसलिए इस दौरान भीषण गर्मी होती है। इन 9 दिनों में ठंडक देने वाली चीजों का दान करना बहुत ही शुभ फल देने वाला माना गया है। इस चीजों में पानी, सत्तू, पंखा, मटका, तरबूज, शीतय पेय आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा छाता, पंखा और जूते-चप्पल का दान भी इस दौरान करना चाहिए।

पशु-पक्षियों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें
नौतपा के भीषण गर्मी के कारण पशु-पक्षी भी व्याकुल होने लगते हैं। उनके लिए भोजन-पानी की व्यवस्था भी करनी चाहिए। पशुओं के लिए घर के बाहर पानी और चारा की व्यवस्था करें और पक्षियों के लिए छत पर दाना-पानी रखें। इससे पितरों की कृपा भी हमारे ऊपर बनी रहती है। 

नौतपा में पौधे लगाएं और देखभाल करें
ज्येष्ठ महीने के दौरान नौतपा में पौधे लगाना चाहिए और उनका रख-रखाव भी करना चाहिए। नौतपा के कुछ दिनों बाद ही बारिश शुरू हो जाती है। जब ये पौधे फलते-फूलते हैं तो घर-परिवार में भी खुशहाली बनी रहती है। कुछ सालों बाद ये पौधे यात्रियों को जब छाया प्रदान करते हैं तो इससे भी शुभ फल मिलते हैं।

ये उपाय भी करें
नौतपा में किसी भी दिन आटे से भगवान ब्रह्मा की मूर्ति बनाकर पूजा करने की परंपरा भी धर्म ग्रंथों में बताई गई है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और धन-धान्य की कमी नहीं होती। अगर आपके घर के आस-पास कोई मंदिर है तो वहां भक्तों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था करें और संभव हो तो मंदिर में आने वाले श्रृद्धालुओं के पैर न जलें, इसके लिए कालीन आदि लगवाएं।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।