सार

Kya hai Onam Sadhya Thali: दक्षिण भारत के कई त्योहार मनाए जाते हैं, इनमें से ओणम सबसे प्रमुख है। इस त्योहार से कईं मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हुई हैं। केरल में इस पर्व की रौनक देखते ही बनती है। इस बार ये पर्व 29 अगस्त, मंगलवार को है।

 

उज्जैन. भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है। यहां कई ऐसे त्योहार मनाए जाते हैं, जो न सिर्फ देश बल्कि विदेश में भी प्रसिद्ध हैं। ऐसा ही एक त्योहार है ओणम। ये दक्षिण भारत का सबसे प्रमुख त्योहार है। ये त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 29 अगस्त, मंगलवार को है। इस उत्सव की परंपराएं जितनी दिलचस्प हैं, उतना ही खास इसका भोजन भी है। इस मौके पर पारंपरिक भोजन बनाया जाता है और केले के पत्तों पर इसे खाया जाता है। इसे साद्या थाली (Onam Sadhya Thali) और ओणम साद्या (Onam Sadhya) भी कहते हैं। आगे जानिए क्यों खास है साद्या थाली…

26 पकवान होते हैं इस थाली में (Sadhya Thali Mai Kya-Kya Hota Hai)
ओणम के मौके पर बनाई जाने वाली साद्या थाली में 26 पकवान होते हैं। इन 26 पकवानों में कई तरह की चटनी, अचार, सब्जी व खीर शामिल होती है। इस थाली में कोई भी मांसाहरी व्यंजन नहीं होता यानी ये थाली पूरी तरह से शाकाहारी होती है। इस थाली में परोसे जाने पकवानों के नाम भी काफी दिलचस्प होते हैं।

ये हैं साद्या थाली के मुख्य व्यंजन (Sadhya Thali Dishes Names)
साद्या थाली में वैसे तो अनेक व्यंजन होते हैं, लेकिन जो मुख्य व्यंजन होते हैं, उनमें सबसे पहले नाम आता है सांबर, उपेरी, शर्करा वरही, नारंगा करी, मांगा करी, और रसम का। इनमें से कुछ व्यंजन सब्जियों को मिलाकर तैयार किए जाते हैं। वहीं कुछ में गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें खट्टे-मीठे अचार और चटनी भी शामिल हैं।

मीठे में होती है गुड़ की खीर (Sadhya Thali Sweat Dish)
साद्या थाली में कई मीठे व्यंजन भी होते हैं। गुड़ की खीर इनमें से सबसे खास होती है, इसे पायसम कहते हैं। मैदे से बनाई जाने वाली खीर को पलाड़ा कहते हैं, गेहूं से बनने वाली खीर को गोदम्ब कहते हैं और अरहर की दाल सें बनने वाली खीर को पझम कहते हैं। इन मीठों व्यंजनों के साथ ही साद्या थाली तैयार की जाती है।

ये पकवान बढ़ाते हैं जायका (onam sadhya items Names)
साद्या थाली में अवियल नाम की मिक्स सब्जी होती है। ये खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है। इसके अलावा पत्ता गोभी (तोरन) की सब्जी भी इस मौके बनाई जाती है। खास बात ये है कि इन सब्जियों में नारियल का उपयोग विशेष रूप से किया जाता है। इस थाली में एक नहीं कई तरह की चटनियां भी होती हैं। इनमें से एक होती है इंजी करी, ये चटनी अदरक और गुड़ से बनाते हैं। चावल, ओलन, कालन, चेन यानी सूरन करी, परिप्पु करी, पच्चड़ी, पुलुस्सरी, एलिस्सरी, मोर यानी खट्टा रायता भी इस थाली की जान होता है।


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