सार
Mahakal Mandir Dipawali 2024: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिग में भस्मारती की व्यवस्था में कुछ परिवर्तन किए गए हैं, जिससे भक्तों की सुविधा होगी। साथ ही यहां दिवाली का त्योहार भी धूम-धाम से मनाया जाएगा।
Mahakal Temple Bhasmarti Booking: 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। यहां रोज लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं। यहां रोज सुबह की जाने वाली भस्मारती विश्व प्रसिद्ध है। मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने भस्मारती की व्यवस्था में कुछ परिवर्तन करने के निर्देश दिए हैं, जिससे भक्तों की सुविधा मिलेगी। महाकाल मंदिर में दीपावली कब मनाई जाएगी, इसे लेकर भी पंडित, पुजारी और प्रशासन एकमत है। जानें नई भस्मारती व्यवस्था के बारे में और महाकाल में कब मनेगी दिवाली 2024…
महाकाल में कब मनेगी दिवाली 2024?
महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ के अनुसार, मंदिर में 31 अक्टूबर, गुरुवार की सुबह रूप चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा, जिसके अंतर्गत विशेष मंत्रोंच्चार के साथ बाबा महाकाल को अभ्यंग स्नान करवाया जाएगा। इसी दिन शाम को दीपावली पर्व भी मनाया जाएगा। इस दौरान पंडे, पुजारी मंदिर परिसर में सिर्फ फुलझड़ी ही जला सकेंगे, अन्य किसी तरह की आतिशबाजी और पटाखे जलाने की इजाजत नहीं होगी।
अभी भस्मारती की ये व्यवस्था
धाकड़ के अनुसार, वर्तमान में भस्म आरती के लिए तड़के 4 बजे मंदिर के पट खोले जाते हैं। भस्मारती दर्शन के लिए भक्तों को रात 11 बजे से भारत माता मंदिर के पास लाइन में लगना पड़ता है यानी भक्तों को 5 घंटे तक लाइन में लगकर पट खुलने का इंतजार करना पड़ता है। इस दौरान भक्तों को कईं बार चेकिंग प्वाइंट से गुजरना पड़ता है। ऐसी स्थिति में बच्चों और बुजुर्गों की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ये होगी नई व्यवस्था
धाकड़ के अनुसार, महाकाल मंदिर भस्मारती की नई व्यवस्था के अंतर्गत अब रात 2 बजे से महाकाल मंदिर के मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से भक्तों को एंट्री दी जाएगी, जिससे उन्हें अधिकतम 2 घंटे तक ही लाइन में लगना पड़ेगा और वे सुगमता से भस्मारती के दर्शन कर पाएंगे। ये व्यवस्था दीपावली से पहले शुरू हो जाएगी। नई व्यवस्था के तहत लाइन में लगे भक्तों के लिए पेयजल की सुविधा भी की जाएगी।
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