सार

तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार महेश बाबू के देशभर में करोड़ों फैंस हैं। महेश बाबू फिल्मों के साथ ही साथ सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े रहते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने पिता के बर्थडे पर पूरे गांव को मुफ्त वैक्सीन लगवाई थी। वैसे, तो महेश बाबू के बारे में लोग काफी कुछ जानते हैं लेकिन ये बात कम ही लोगों को पता होगी कि महेश बाबू न तो तेलुगु पढ़ सकते हैं और न लिख सकते हैं।

मुंबई/हैदराबाद। तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार महेश बाबू के देशभर में करोड़ों फैंस हैं। महेश बाबू फिल्मों के साथ ही साथ सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े रहते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने पिता के बर्थडे पर पूरे गांव को मुफ्त वैक्सीन लगवाई थी। वैसे, तो महेश बाबू के बारे में लोग काफी कुछ जानते हैं लेकिन ये बात कम ही लोगों को पता होगी कि महेश बाबू न तो तेलुगु पढ़ सकते हैं और न लिख सकते हैं। हालांकि, उनकी फिल्में देखकर कोई ये सोच भी नहीं सकता कि बिना तेलुगु पढ़े वो अपने डायलॉग कैसे याद करते हैं?

दरअसल, 2015 में खुद महेश बाबू ने एक फिल्म के प्रमोशन के दौरान इस बात का खुलासा किया था कि उन्हें तेलुगु लिखना-पढ़ना नहीं आती। महेश बाबू का जन्म और परवरिश चेन्नई में हुई है। हालांकि वो तेलुगु बोल लेते हैं। फिल्मों में डायलॉग बोलने के लिए वो डायरेक्टर की मदद लेते हैं जो उन्हें डायलॉग पढ़कर सुनाते हैं।

9 अगस्त, 1975 को चेन्नई में जन्मे महेश बाबू ने महज 4 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मों में डेब्यू किया था। 1990 तक कुछ फिल्मों में काम करने के बाद उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए बेक्र लिया। फरवरी, 2005 में महेश बाबू ने मिस इंडिया और बॉलीवुड एक्ट्रेस रहीं नम्रता शिरोडकर से शादी की। दोनों की मुलाकात 2000 में फिल्म 'वामसी' के सेट पर हुई थी। महेश बाबू नम्रता से उम्र में करीब 3 साल छोटे हैं।

वर्कफ्रंट की बात करें तो महेश बाबू आखिरी बार फिल्म सेरिलरू नीकेवरू में नजर आए थे। ये एक्शन पैक्ड फिल्म थी। महेश बाबू अब अपने प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले तेलुगु फिल्म मेजर का प्रोडक्शन कर रहे हैं। यह फिल्म अगले महीने जुलाई में रिलीज होगी।