एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान भड़काऊ इशारे करने के लिए आईसीसी ने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। साहिबजादा फरहान को चेतावनी देकर छोड़ा गया है।
India VS Pakistan, Asia Cup: 21 सितंबर को दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 के सुपर 4 का मुकाबला खेला गया। इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने मैदान में भड़काऊ इशारे किए। उन्होंने रफाल लड़ाकू विमान गिराने का इशारा किया। इसके साथ ही साहिबजादा फरहान ने भी उत्तेजक इशारे किए।
शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई के बाद आईसीसी ने हारिस रऊफ को सजा दी। उनपर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। वहीं, साहिबजादा फरहान को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। दोनों ने मैदान में जिस तरह की हरकतें की उन्हें खेल भावना के खिलाफ माना गया।
हारिस रऊफ के इशारों को भड़काऊ माना गया
हारिस रऊफ ने शुक्रवार को हुई आईसीसी की सुनवाई के दौरान खुद को निर्दोष बताया। दरअसल, रऊफ उस समय विवादों के केंद्र में आ गए थे जब भारतीय दर्शकों के प्रति उनके इशारों को भड़काऊ प्रकृति का माना गया था। यह घटना तब घटी जब स्टेडियम में भारतीय प्रशंसकों ने "कोहली, कोहली" के नारे लगाए। ऐसा 2022 टी20 विश्व कप के दौरान MCG में विराट कोहली द्वारा राउफ की गेंद पर लगाए गए दो छक्कों को याद दिलाने के लिए किया गया।
इससे रऊफ भड़क गए। उन्होंने एक विमान गिराने की नकल की। इसके साथ ही 6-0 का इशारा किया। उन्होंने इशारों में पाकिस्तान के उस दावे को दोहराया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 6 राफेल गिराए गए थे। हालांकि, सच्चाई है कि इंडियन एयरफोर्स को नहीं, बल्कि पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ। उसके कई लड़ाकू विमान मार गिराए गए थे।
शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा ने की पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई
हारिस राउफ इस बात से भी परेशान थे कि भारत की युवा सलामी जोड़ी शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी। ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने दोनों से बदतमीजी की, अपशब्द कहे। अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने उन्हें बेहतरीन तरीके से जवाब दिया था।
सुनवाई के दौरान, राउफ ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उनके "6-0 वाले इशारे" का कोई मतलब नहीं था। उन्होंने भारत के लिए ऐसा इशारा नहीं किया। आईसीसी की सुनवाई में हारिस रऊफ और सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान दोनों को आचार संहिता के तहत लेवल 1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया। रऊफ पर भड़काऊ हावभाव के लिए मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया, जबकि फरहान को अर्धशतक पूरा करने के बाद अपने बल्ले को बंदूक की तरह लहराने के लिए फटकार लगाई गई।
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आईसीसी अधिकारियों के सामने पेश हुए फरहान ने अपने जश्न का बचाव करते हुए कहा कि यह राजनीतिक नहीं था। उन्होंने बताया कि पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी और विराट कोहली भी पहले ऐसा ही जश्न मना चुके हैं।
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