16वीं एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप में भारत ने 50 गोल्ड मेडल जीतकर अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। राइफल, पिस्टल और शॉटगन की 15 ओलंपिक स्पर्धाओं में सीनियर टीम ने 6 गोल्ड मेडल जीते। 

16th Asian Shooting Championship: कजाकिस्तान के श्यामकेंट में चल रहे 16वीं एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप (सभी स्पर्धाएं) का समापन हो गया है। 12 दिनों की इस प्रतियोगिता में भारत के निशानेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। भारतीय टीम ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 50 गोल्ड मेडल जीत लिए। इससे पहले कभी भारत को इतने अधिक स्वर्ण पदक नहीं मिले थे।

राइफल, पिस्टल और शॉटगन की 15 ओलंपिक स्पर्धाओं में सीनियर टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा। भारतीय निशानेबाजों ने छह स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक जीते। चीन टॉप पर रहा। इसके खिलाड़ियों ने 8 गोल्ड जीते। मेजबान कजाकिस्तान ने एक स्वर्ण पदक जीता।

आसमान छू रहा शूटिंग जगत का आत्मविश्वास

NRAI (National Rifle Association of India) के अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा, "यह शानदार प्रदर्शन है। इससे साफ हो गया है कि शूटिंग जगत का आत्मविश्वास आसमान छू रहा है। पेरिस ओलंपिक में हमारे प्रदर्शन से इसमें काफा इजाफा हुआ है। जूनियर खिलाड़ियों का प्रदर्शन खास तौर पर सुखद है। इससे पता चलता है कि भारतीय शूटिंग की अभी शुरुआत ही हुई है। निकट भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेंगे।"

चैंपियनशिप में भारत 100 पदकों के आंकड़े से बस थोड़ा ही पीछे रह गया। टीम इंडिया ने 50 स्वर्ण पदकों के अलावा 26 रजत और 23 कांस्य पदक जीते। मेजबान टीम 70 पदकों और 21 स्वर्ण पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रही। चीन 15 स्वर्ण और 37 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

सीनियर खिलाड़ियों ने किया अच्छा प्रदर्शन

दो बार की ओलंपियन एलावेनिल वलारिवान ने महिलाओं की एयर राइफल में एशियाई रिकॉर्ड स्कोर के साथ दूसरा एशियाई खिताब जीता। उन्होंने मिश्रित टीम स्पर्धा में अर्जुन बाबूता के साथ मिलकर दोहरा स्वर्ण जीता। महिलाओं की ट्रैप में नीरू ढांडा ने भारत के लिए पहला एशियाई चैम्पियनशिप स्वर्ण जीता। महिलाओं की 50 राइफल 3-पोजीशन (3पी) में सिफ्ट कौर समरा ने पहला एशियाई खिताब जीता। ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर ने पुरुषों की 3पी खिताब का बचाव किया।

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भारतीय जूनियर निशानेबाजों ने भी सभी ओलंपिक स्पर्धाओं में पूरी तरह से अपना दबदबा कायम रखते हुए 10 स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक जीते। अन्य स्वर्ण पदक युवा प्रतियोगिताओं और टीम स्पर्धाओं के साथ-साथ गैर-ओलंपिक स्पर्धाओं में भी आए। जैसे-पूर्व विश्व चैंपियन अंकुर मित्तल ने पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा में 107 के विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। वहीं, रियो ओलंपियन गुरप्रीत सिंह ने पुरुषों की 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।