सार
पैरिस पैरालिंपिक्स में भारत ने स्वर्णिम सफलता हासिल की है. पैरालिंपिक्स के इतिहास में इस बार भारत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
पेरिस: 17वें संस्करण के पैरालिंपिक्स में भारत का पदक जीतने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को देश के पदक खाते में दो और पदक जुड़ गए. पुरुषों की ऊंची कूद T64 स्पर्धा में प्रवीण कुमार ने एशियाई रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया. इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या 27 हो गई है. भारत ने इस बार 6 स्वर्ण पदक जीते हैं, 9 रजत और 12 कांस्य पदक भी देश के खाते में जुड़े हैं.
शुक्रवार को हुए मुकाबले में नोएडा के 21 वर्षीय प्रवीण कुमार ने 2.08 मीटर की ऊंचाई तक छलांग लगाई. इस तरह उन्होंने एशियन रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. पहले प्रयास में 1.89 मीटर की ऊंचाई तक कूदे प्रवीण ने इसके बाद 1.93 मीटर, 1.97 मीटर, 2.00 मीटर, 2.03 मीटर, 2.06 मीटर के प्रयासों में भी सफलता हासिल की. इसके बाद 2.08 मीटर की ऊंचाई तक कूदने के सभी 3 प्रयासों में सफलता हासिल करते हुए पहला स्थान हासिल किया. अमेरिका के डेरेक लॉकी डेंड ने 2.06 मीटर की ऊंचाई तक कूदकर रजत पदक जीता, जबकि उज्बेकिस्तान के तेमूरबेक गियाजोव ने 2.03 मीटर की ऊंचाई तक कूदकर कांस्य पदक जीता.
क्या है T44-T64?
864 का मतलब है कि एक पैर की गति में समस्या है या घुटने के नीचे एक/दो पैर कटे हुए हैं, ऐसे एथलीट इस वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं. लेकिन प्रवीण 844 वर्ग से संबंधित हैं. यानी पैर के निचले हिस्से की गति में समस्या वाले एथलीट इस वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं. इन दोनों वर्गों की प्रतियोगिता एक साथ होती है.
सेमा होकाटो ने गोला फेंक में जीता कांस्य
शुक्रवार को भारत को दूसरा पदक गोला फेंक खिलाड़ी सेमा होकाटो ने दिलाया. पुरुषों के F57 वर्ग की स्पर्धा में 40 वर्षीय सेमा ने अपने चौथे प्रयास में 14.65 मीटर दूर गोला फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया. पहले प्रयास में 13.88 मीटर की दूरी तय करने वाले सेमा ने दूसरे और तीसरे प्रयास में क्रमशः 14.00 मीटर और 14.40 मीटर की दूरी तय की. लेकिन चौथे प्रयास में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 14.65 मीटर दूर गोला फेंककर सेमा होकाटो ने कांस्य पदक अपने नाम किया. ईरान के सवी यासीन ने 15.96 मीटर की दूरी तय करके स्वर्ण पदक जीता, जबकि ब्राजील के पॉलिनो सैंटोस (15.06 मीटर) ने रजत पदक जीता. भारत के एक अन्य प्रतियोगी राणा सोमन ने 14.07 मीटर की दूरी तय करके पांचवें स्थान से संतोष किया. वह बाकी 5 प्रयासों में 14 मीटर की दूरी पार करने में नाकाम रहे.
भारत ने बनाया स्वर्णिम रिकॉर्ड
इस बार पेरिस पैरालिंपिक्स में भारत ने एक और रिकॉर्ड बनाया है. पैरालिंपिक्स के किसी एक संस्करण में सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा किया है. इस बार भारत को कुल 6 स्वर्ण पदक मिले हैं. इस तरह टोक्यो ओलंपिक में जीते गए 5 स्वर्ण पदकों का रिकॉर्ड टूट गया है.
पहली बार टॉप-20 में जगह बनाने का भरोसा
भारत फिलहाल पेरिस खेलों की पदक तालिका में 14वें स्थान पर है. यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. खेलों के अभी 2 दिन बाकी हैं और भारत की नजरें टॉप-10 में जगह बनाने पर हैं. बहरहाल, भारत के पहली बार टॉप-20 में जगह बनाने की पूरी संभावना है. 1972 में सिर्फ 1 स्वर्ण पदक जीतने वाला भारत पदक तालिका में 25वें स्थान पर रहा था. टोक्यो ओलंपिक में 24वां स्थान हासिल करना भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था.
25 मेडल: जयकारा लगाकर जश्न मनाया भारत ने
पैरालिंपिक्स में 25 पदकों का लक्ष्य हासिल करने के बाद पेरिस के खेल गांव में भारतीय एथलीटों, कोच और अधिकारियों ने जश्न मनाया. भारत माता की जय के नारे लगाकर खुशी जाहिर की.