सार

पैरालिंपिक्स 2024 में भारतीय एथलीटों का शानदार प्रदर्शन जारी है। तीरंदाजी में हरविंदर सिंह ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है, यह भारत का ओलंपिक और पैरालिंपिक दोनों खेलों में तीरंदाजी में पहला स्वर्ण पदक है।

पैरिस: पैरालिंपिक्स 2024 खेलों में भारतीय एथलीटों का शानदार प्रदर्शन जारी है। 24 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में 13वें स्थान पर पहुंच गया है। हाल ही में संपन्न हुए पैरिस ओलंपिक्स में भारतीय तीरंदाजों को निराशा हाथ लगी थी, लेकिन पैरालिंपिक्स में हरविंदर सिंह ने तीरंदाजी में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का परचम लहराया है।

ओलंपिक और पैरालिंपिक दोनों ही खेलों की तीरंदाजी में यह भारत का पहला स्वर्ण पदक है। बुधवार को पुरुषों की रिकर्व व्यक्तिगत ओपन वर्ग के फाइनल में हरविंदर ने लगातार 5 मुकाबले जीतकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। इस खेलों में यह भारत का चौथा स्वर्ण पदक है। फाइनल में 33 वर्षीय हरविंदर ने पोलैंड के लुकास सिजेक को 6-0 से हराया। पदक के सफर में हरविंदर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आसानी से स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 

टोक्यो में जीता था कांस्य: हरविंदर का यह पैरालिंपिक्स में दूसरा पदक है। 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में उन्होंने कांस्य पदक जीता था। इस बार उन्होंने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा और उसे हासिल किया।

 

पीएचडी कर रहे हैं हरविंदर! हरियाणा के अजीत नगर के रहने वाले हरविंदर पढ़ाई में भी आगे हैं। फिलहाल वह पटियाला के पंजाबी यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी कर रहे हैं।

हरविंदर के लिए मुसीबत बनी थी डेंगू की दवाई!

किसान परिवार में जन्मे हरविंदर को डेढ़ साल की उम्र में डेंगू हो गया था। इस दौरान स्थानीय डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई ओवरडोज हो गई, जिसके कारण हरविंदर के दोनों पैर कमजोर हो गए। 

 

क्लब थ्रो में भारत को पहला पदक!

पैरालिंपिक्स में क्लब थ्रो को पहली बार 1960 में शामिल किया गया था, लेकिन भारत को इस स्पर्धा में पहली बार पदक मिला है। धर्मबीर ने स्वर्ण और प्रणव सूर्मा ने रजत पदक जीतकर इतिहास रचा है। बुधवार देर रात हुए क्लब थ्रो फाइनल में 10 खिलाड़ी शामिल थे। धर्मबीर ने पहले 4 प्रयासों में फाउल किया, लेकिन 5वें प्रयास में 34.92 मीटर दूर क्लब फेंककर एशियाई रिकॉर्ड बनाते हुए पहला स्थान हासिल किया। वहीं प्रणव ने 6 प्रयासों में से पहले ही प्रयास में 34.59 मीटर दूर क्लब फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया। कांटे की टक्कर वाले इस मुकाबले में भारतीय दिग्गजों को सर्बिया के दिमित्री जेविच से कड़ी टक्कर मिली। 34.18 मीटर दूर क्लब फेंककर सर्बिया के इस सीनियर एथलीट ने तीसरा स्थान हासिल किया। वहीं भारत के अफीफ अमित कुमार 23.96 मीटर दूर क्लब फेंककर 10वें स्थान पर रहे।

100 मीटर दौड़ में सेमीफाइनल में पहुंचीं सिमरन

पैरिस: पैरालिंपिक्स की महिलाओं की 100 मीटर दौड़ के टी12 वर्ग में भारत की सिमरन शर्मा ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। इस सीजन में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सिमरन ने 12.17 सेकंड में रेस पूरी की। 24 वर्षीय मौजूदा विश्व चैंपियन सिमरन के गाइड अभय सिंह हैं। जन्म से ही दृष्टिबाधित सिमरन सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली एथलीटों में दूसरे स्थान पर हैं। गुरुवार को सेमीफाइनल मुकाबला होगा।