Khan Sir dialysis centre: पटना के मशहूर खान सर सावन के आखिरी सोमवार पर त्रिपुंड लगाकर निकले। उन्होंने कहा कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। साथ ही, उन्होंने बिहार के हर ज़िले में जरूरतमंदों के लिए डायलिसिस सेंटर और ब्लड बैंक खोलने की बात भी कही।
Patna News: ऑनलाइन यूट्यूबर खान सर सोमवार को त्रिपुंड लगाए नजर आए। बातचीत में उन्होंने कहा कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और सबको अपना मानते हैं। यह महादेव का महीना है और सावन का आखिरी सोमवार मेरे लिए खास बन जाता है। इसके साथ ही उन्होंने एक बेहद नेक काम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वे बिहार के हर जिले में जरूरतमंद लोगों के लिए डायलिसिस सेंटर और ब्लड बैंक खोलना चाहते हैं। उन्होंने सावन के आखिरी सोमवार के शुभ अवसर पर इस महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की। खान सर ने कहा, 'सावन का आखिरी सोमवार शुभ दिन माना जाता है, इसलिए जर्मनी से डायलिसिस मशीनें मंगवाईं है। हमारा लक्ष्य गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को फ्री या कम कीमत पर डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराना है। इसके साथ ही एक ब्लड बैंक भी स्थापित किया जा रहा है, ताकि किसी को खून की कमी के कारण अपनी जान न गंवानी पड़े।'
शिक्षा के बाद चिकित्सा क्षेत्र पर ध्यान दे रहे हैं
उन्होंने बताया कि डायलिसिस का खर्च गरीब परिवारों के लिए असहनीय होता है, जो हर महीने 50-60 हजार रुपये तक हो सकता है। किडनी खराब होने पर मरीज को हर बार पांच घंटे की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें शरीर से खून निकालकर उसे फ़िल्टर किया जाता है। गरीब मरीज इस खर्च को वहन नहीं कर पाते, जिसके कारण कई बार उनके परिवार के सदस्य मर जाते हैं या उनकी जमीन-जायदाद बिक जाती है। खान सर ने बताया कि ब्लड बैंक स्थापित करने का उद्देश्य खून की कमी को दूर करना है। खासकर ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीजों को बनारस, दिल्ली और पटना जैसे शहरों में इलाज के दौरान खून की कमी को लेकर परेशानी उठानी पड़ती है।
भविष्य में लगभग 200 मशीनें लगाई जाएगी
उन्होंने कहा, 'हमने कई मरीजों को खून ने मिलने के कारण मरते देखा है। इसलिए, हम एक विश्वस्तरीय ब्लड बैंक स्थापित करने जा रहे हैं, जो पूरे एशिया में एक मिसाल बनेगा। इसका उद्घाटन नवरात्रि के पहले दिन किया जाएगा। उन्होंने भारतीय संस्कृति के 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धांत का जिक्र करते हुए कहा कि यह पहल समाज के प्रति उनकी ज़िम्मेदारी का अहम हिस्सा है। खान सर ने बताया कि शुरुआत में 10 डायलिसिस मशीनें लगाई जाएगी और भविष्य में लगभग 200 मशीनों और लाई जाएगी। भारत में किसी व्यक्ति की जान बचाना सिर्फ़ एक व्यक्ति की जान बचाना नहीं, बल्कि पूरे परिवार की जान बचाने जैसा है। कई बार कमाने वाले व्यक्ति की मौत होने से पूरा परिवार बिखर जाता है। खान सर ने बताया कि भविष्य में उनकी योजना डायलिसिस केंद्रों और ब्लड बैंकों को अस्पतालों में बदलने की है, ताकि समाज को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उन्होंने कहा, 'हमने अस्पतालों में लाखों रुपये के बिलों के बोझ तले दबे कई लोगों को देखा है। हमारा लक्ष्य है कि कोई भी गरीब व्यक्ति इलाज के अभाव में न मरे।'
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खान सर ने नीतीश की डोमिसाइल नीति पर भी बात की
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि अब राज्य में शिक्षक भर्ती में स्थानीय निवासियों (मूल निवासियों) को प्राथमिकता दी जाएगी। इस पर खान सर ने कहा कि सरकार ने डोमिसाइल लागू कर दिया है। अगर सरकार सप्लीमेंट्री का रिजल्ट भी घोषित कर देती, तो छात्रों का बहुत भला होता। सप्लीमेंट्री रिजल्ट वह होता है जहां रिक्तियों की कमी के कारण उम्मीदवारों का चयन नहीं होता। लेकिन यहां तो TRE 4, TRE 5 और TRE 6 में रिक्तियां हैं। खान सर ने बिहार में शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने के नीतीश सरकार के फैसले को छात्रों की जीत बताया। खान सर ने कहा कि पता नहीं अधिकारियों को क्या हो गया है, छात्र 8 महीने से धरने पर बैठे हैं। पटना के गर्दनीबाग में लाठीचार्ज हुआ। अब अधिकारी 8-9 महीने बाद उसी बात पर सहमत हुए हैं। ऐसे में यह धारणा बनती है कि आप जानबूझकर समय बर्बाद कर रहे थे। खान सर ने कहा कि TRE-3 का सप्लीमेंट्री रिजल्ट भी जारी किया जाना चाहिए। इसमें कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिनका यह आखिरी प्रयास था, वे मेरिट में आने के बाद नौकरी से वंचित रह गए। मैं TRE-4 से पहले सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग करता हूं।
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