सार

आरिफ मोहम्मद खान के शपथ समारोह के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी। राजभवन में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का आमना-सामना हुआ। इसके बाद जो हुआ वो चर्चा का विषय बना हुआ है।

बिहार। बिहार की राजनीति से जुड़ा एक बड़ी खबर इस वक्त सामने आई है। गुरुवार के दिन बिहार के राज्यपाल के तौर पर आरिफ मोहम्मद खान ने शपथ ली है। राजभवन के राजेंद्र मंडप हॉल में एक सादे समारोह के बीच उन्होंने इस पद कायम होने की शपथ ली है। शपथ समारोह के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी। राजभवन में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का आमना-सामना हुआ। पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सामने जब नीतीश कुमार थोड़ी देर रूक तक रूके तो उस वक्त तेजस्वी ने उनका अभिवादन किया। ऐसे में बिना देरी करें नीतीश ने उनका हाथ पकड़ लिया।

नीतीश कुमार को लालू यादव की तरफ से ऑफर दिए जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा था,'लालू जी ने ऐसी बात मीडिया को शांत करने के लिए कही थी। आप लोग रोज पूछते रहते हैं, तो वो क्या बोलेंगे। नीतीश कुमार की वापसी को लेकर कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा," जो भी गांधीवादी हैं, वह हमारे साथ आएंगे, नीतीश कुमार गांधीवादी हैं, वे गांधी के सिद्धांतों पर चलना पसंद करते हैं।' लालू यादव ने अपनी बात में कहा था नीतीश के लिए हमारा दरवाजा तो खुला है, नीतीश को भी खोलकर रखना चाहिए। नीतीश आते हैं तो साथ काहे नहीं लेंगे? ले लेंगे साथ। नीतीश साथ में आएं। काम करें। राजद सुप्रीमो ने कहा कि नीतीश कुमार यदि भाग जाते हैं, हम साफ कर देंगे।

केरल के राज्यपाल रह चुके हैं आरिफ मोहम्मद

पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के विनोद चंद्रन ने आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें शपथ दिलाने का काम किया है। इस शपथ ग्रहण समोराह के वक्त बिहार के सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी नजर आएं। इससे पहले आरिफ मोहम्मद कान केरल के राज्यपाल के पद पर नियुक्त थे। अब वो बिहार के राज्यपाल बन गए हैं।

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