साथ में मौजूद चार पुलिस कांस्टेबल और एक पुलिस अधिकारी का ध्यान भंग होने पर, उसने ऑटो रिक्शा में ही अपनी हथकड़ी खोल दी और भाग निकला.
वर्ष के 365 दिनों में से केवल 15 दिन ही इस स्टेशन पर ट्रेन रुकती है. बाकी किसी भी दिन यहां कोई ट्रेन नहीं रुकती, न ही कोई उतरता है, न ही चढ़ता है. आखिर यह खास रेलवे स्टेशन कहां है? और क्यों है ऐसा?
बरौनी के तेघड़ा अनुमंडल अस्पताल में मात्र 40 रुपए में स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन मिल रहा है। छह महिलाओं द्वारा चलाई जा रही रसोई का उद्देश्य सेवा प्रदान करना है, यहां भोजन मरीजों और बाहरी लोगों दोनों के लिए उपलब्ध है।