सार
छपरा न्यूज: भोजपुरी के ट्रेंडिंग स्टार खेसारी लाल यादव ने पटना में चल रहे BPSC परीक्षा के विरोध पर चिंता जताई है। BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा दोबारा कराने की मांग को लेकर छात्र तीन सप्ताह से आंदोलन कर रहे हैं। आयोग शनिवार को 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा कराएगा। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए है जिनकी परीक्षा 13 दिसंबर को हुए बवाल के कारण रद्द कर दी गई थी। इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों की भी अलग-अलग राय है।
क्या है छात्रों की मांग
खेसारी ने इस पूरे मामले पर नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। तीन सप्ताह से चल रहा आंदोलन दरअसल, विवाद बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद शुरू हुआ था। परीक्षा 30 सितंबर को हुई थी। लेकिन, पेपर लीक की खबर के बाद बवाल मच गया। छात्र दोबारा परीक्षा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि सिर्फ बापू परीक्षा केंद्र पर ही नहीं बल्कि सभी केंद्रों पर परीक्षा रद्द होनी चाहिए। इस मुद्दे पर छात्रों का आंदोलन तीन सप्ताह से चल रहा है।
आज फिर हो रही है परीक्षा
शनिवार को आयोग सिर्फ बापू परीक्षा केंद्र के छात्रों के लिए 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा ले रहा है। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए है जिनकी परीक्षा 13 दिसंबर को बवाल के चलते रद्द कर दी गई थी। लेकिन, छात्र सभी केंद्रों पर दोबारा परीक्षा की मांग पर अड़े हैं। इस मामले में राजनीतिक दल भी उतर आए हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने छात्रों की मांग को नैतिक समर्थन दिया है। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी, कांग्रेस, भाकपा-माले, भाकपा, माकपा और पप्पू यादव भी इस आंदोलन में शामिल हो गए हैं।
सरकार ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया
नीतीश कुमार सरकार ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है। सरकार का कहना है कि बीपीएससी एक स्वतंत्र संस्था है। छात्रों के हित में फैसला लेना आयोग का काम है। इस बीच भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने इस मामले पर अपनी राय दी है। उन्होंने एक्स पर दो ट्वीट किए।
खेसारी लाल यादव बामके
पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि कुर्सी के लिए हर नेता एक दूसरे के पास जा रहा है। दुख की बात है कि बिहार का भविष्य बर्बाद हो रहा है! दूसरे ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा है। न फलनवा आया न चिलनवा... उल्टा आपकी भावनाओं को महत्व देने के बजाय लोग आपकी भावनाओं को संतुष्ट करेंगे। लोग आपको तब तक संतुष्ट करेंगे जब तक आप नया नेता नहीं बना लेते या और कमजोर नहीं हो जाते। इसलिए किसी पर निर्भर मत रहो, हर जिले में अपनी लाठी और अपना झंडा मजबूत करो। और हां, लॉलीपॉप लेकर मूर्ख मत बनो। लड़ाई हक की है। ठीक है!
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