सार
देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। जगह-जगह मटकी फोड़, दही हांडी और कान्हा ड्रेस ईवेंट आयोजित किए जा रहे हैं। केरल में एक शोभा यात्रा में श्रीकृष्ण की वेशभूषा में शामिल हुआ मुस्लिम बच्चा आकर्षण केंद्र बना रहा।
कोझिकोड. देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। जगह-जगह मटकी फोड़, दही हांडी और कान्हा ड्रेस ईवेंट आयोजित किए जा रहे हैं। केरल में उरियादी मनाई गई। कुछ शहरों में 6 सितंबर की रात 12 बजे से जश्न शुरू हुआ। वहीं, मथुरा में कृष्ण के जन्मस्थल, वृंदावन में बांके बिहारी, द्वारका में द्वारकाधीश सहित कुछ बड़े कृष्ण मंदिरों में 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जा रही है।
केरल में Janmashtami 2023 की धूम
6 सितंबर को केरल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर शोभा यात्रा के लिए कई छोटे बच्चों को छोटे कृष्ण और गोपिका के रूप में खूबसूरती से तैयार किया गया था। इनमें एक मुस्लिम बच्चे ने लोगों का दिल जीत लिया।
बालगोकुलम की जिला इकाई द्वारा आयोजित शोभा यात्रा में भाग लेने वाले सैकड़ों बच्चों में से एक मुस्लिम बच्चे, मुहम्मद याहियान (8) की भागीदारी सबसे अलग थी, जो भगवान कृष्ण के रूप में तैयार होकर आया था।
याहियान व्हीलचेयर पर था। उसने मीडिया से कहा कि उसकी मां ने इसके लिए उसका पूरा समर्थन किया, क्योंकि उसे श्री कृष्ण के रूप में तैयार होना पसंद था। मौसम की परवाह किए बगैर उनकी मां रूबिया पर्दा करके उनके साथ चल दीं। पीला रेशम, सुनहरा मुकुट और मोर पंख पहने याहियान शोभा यात्रा में अलग ही दिख रहे थे।
केरल में जन्माष्टमी पर साम्प्रदायिक सौहार्द्र की गजब मिसाल
पत्रकारों से बात करते हुए याहियान की मां रुबिया ने कहा कि वह केवल अपने बेटे की श्री कृष्ण के रूप में तैयार होने और शोभा यात्रा में भाग लेने की इच्छा को पूरा करने में सहायता कर रही थी। उन्होंने कहा, "हमने लोकप्रियता के लिए ऐसा नहीं किया; हमने उनकी खुशी के लिए ऐसा किया। हम पहली बार जुलूस में भाग ले रहे हैं।"
याहियान ने कहा कि वह बड़े होकर एक वैज्ञानिक के रूप में काम करना चाहते हैं। याहियान की मांसपेशियों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने आश्वासन दिया है कि बच्चा जल्द ही चलने में सक्षम हो जाएगा। याहियान बिलाथिकुलम बीईएम उच्च प्राथमिक विद्यालय की कक्षा 3 का छात्र है।
यह भी पढ़ें
Janmashtami 2023: देशभर में कान्हा के जन्मदिन की धूम-'नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की'
Janmashtami 2023: विठोबा मंदिर, जहां कृष्ण भक्त से मिलने आए थे