नई दिल्ली. सपने चाहे जितने बड़े हों, मंजिल चाहे जितनी दूर हो लेकिन योजना बनाकर किया गया कोई भी काम सफलता का सबब बनता है। देश में लाखों बच्चे अफसर बनने के लिए दिन-रात एक करके पढ़ाई करते हैं लेकिन सफल मुट्ठीभर छात्र ही हो पाते हैं। कई बार ये भी देखा गया है कि नौकरी करते हुए लोगों ने सिविल सर्विस में जाना चुना है। ऐसे ही डॉक्टर से अफसर बने एक कलेक्टर की कहानी हम आपको सुनाने जा रहे हैं। वो आज कोरोना आपदा में जमकर सुर्खियों में हैं। अपनी सूझबूझ से इस अफसर ने करीब 62 हजार मजदूरों को भुखमरी से बचाकर जीवनदान दिया है।
आईएएस सक्सेज स्टोरी (IAS Suceccs Story) में आइए जानते हैं डॉ के. विजय कार्तिकेयन की सफलता और सराहनीय कामों के बारे में-