मेरा फर्ज है कि अपने देश के कुछ काम आ सकूं, जब दुर्घटना से ईश्वर ने बचाया, तो कोरोना क्या कर लेगावडोदरा, गुजरात. मुसीबतों के समय ही इंसान की असली पहचान होती है। इन दिनों सारी दुनिया कोरोना संक्रमण से जूझ रही है। अगर सिर्फ भारत की बात करें, तो इस संकट के खिलाफ सारा देश एक साथ खड़ा हो गया है। जिनसे जो बन रहा, वो मदद कर रहे। ये कहानियां ऐसे लोगों की हैं, जो सरकारी सेवा में रहकर अपनी ड्यूटी जी-जान से निभा रहे हैं। ये वो लोग भी हैं, जिन्होंने अपनी जमापूंजी लोगों की मदद के लिए सरकार को दान कर दी। यह हैं ज्योतिबेन पारीख। ये रावपुरा पुलिस थाने में पदस्थ हैं। पिछले दिनों एक दुर्घटना में ये घायल हो गई थीं। बावजूद इन्होंने ड्यूटी ज्वाइन की।